कस्तूरबा विद्यालयों में मे IIT गॉधीनगर के सहयोग से Curiosity Program for teaching science in an experiential कार्यक्रम लागू करने के सम्बन्ध में
बेटियों को गणित-विज्ञान की बारीकियां समझाएंगे विशेषज्ञ, आईआईटी गांधीनगर ने छठी से आठवीं कक्षा तक के लिए हिंदी में क्यूरियोसिटी प्रोग्राम किया डिजाइन
उत्तर प्रदेश की बेटियों को प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग में भविष्य बनाने के लिए आईआईटी विशेषज्ञ स्कूल में ही गणित और विज्ञान की बारीकियां समझाएंगे।
इसके लिए सरकारी स्कूलों की छठी से आठवीं कक्षा तक की छात्राओं के लिए आईआईटी गांधीनगर की विशेषज्ञ टीम ने हिंदी भाषा में क्यूरियोसिटी प्रोग्राम डिजाइन किया है। इसमें 100 मॉड्यूल बनाए गए हैं। जिसमें प्रतिदिन एक घंटे की ऑनलाइन क्लास विशेषज्ञ लेंगे।
छात्राओं के साथ-साथ शिक्षकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी
आईआईटी गांधीनगर के सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग के प्रमुख प्रोफेसर मनीष जैन ने बताया कि तैयार करना है। उत्तर प्रदेश सरकार के सर्व शिक्षा अभियान के सहयोग से यह कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसको शुरुआत यूपी के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के 746 स्कूलों से की जा रही है। क्यूरियोसिटीप्रो ग्राम के माध्यम से छात्राओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, गणित और इंजीनियरिंग विषय के बारे में बारीकी से जानकारी जाएगी। ताकि वे स्कूली शिक्षा के बाद इन क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। अपना भविष्य बनाएं। मार्च से दिसंबर 2022 तक 100 सत्रों के माध्यम से छात्राओं को पूरी तरह आम बोलचाल की भाषा में तैयार किया गया कार्यक्रम इस कार्यक्रम को छात्राओं की आम बोलचाल यानी हिंदी भाषा में तैयार किया गया है। क्यूरियोसिटी कार्यक्रम में खिलौनों और गतिविधियों की जोड़ा जाएगा।
सहायता से विज्ञान को अनुभवात्मक तरीके से पढ़ाने के लिए 100 मॉड्यूल भी तैयार किए जा रहे हैं। इन 100 मॉड्यूल को तीन चरणों में हफ्ते में दो दिन ट्यूटोरियल कार्यशाला हफ्ते में दो दिन + मंगलवार और शुक्रवार को एक-एक घंटे के लिए ऑनलाइन ट्यूटोरियल कार्यशाला का आयोजन शुरू किया जा रहा है। पहले चरण में 100 छात्राओं को जूम और यू-ट्यूब के माध्यम से जोड़ा जाएगा। इसमें उनके विज्ञान और गणित के शिक्षकों को भी जोड़ा जाएगा।