बाराबंकी शिक्षा के नाम पर बच्चों के साथ खिलवाड़ थम नहीं रहा है। देवा क्षेत्र में एक विद्यालय बिना किसी मान्यता के चलता पकड़ा गया। यहीं नहीं डीआईओएस की जांच में नर्सरी से नौवीं तक की कक्षाएं संचालित मिली। यहां के बच्चों का दूसरे स्कूल में पंजीकरण पाया गया। जांच के बाद डीआईओएस ने पंजीकृत करने वाले कॉलेज की मान्यता व पंजीकरण रद्द करने की संस्तुति की है। साथ ही प्राइमरी कक्षाएं चलाने के लिए बीएसए से केस दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश भी दिया है। इस कार्रवाई के बाद ऐसे विद्यालय चलाने वालों में हड़कंप मच गया है। साथ ही यहां पढ़ने वाले कक्षा नौ के 86 बच्चों समेत सैकड़ों का भविष्य अधर में फंस गया है।
जिले में दूसरे विद्यालयों में विद्यार्थियों का पंजीकरण कराकर बिना मान्यता के स्कूलों को संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। देवा क्षेत्र के उखड़ी में एसआरबी पब्लिक स्कूल के बिना मान्यता संचालित होने की सूचना डीआईओएस को मिली। इस पर डीआईओएस ने मामले की जांच बीईओ देवा को देने के साथ ही स्वयं भी मौके पर पहुंच गए। डीआईओएस ने
कॉलेज में मिले सभी दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिये। जांच की तो कॉलेज में प्राइमरी 21 स्तर की भी मान्यता नहीं मिली। जबकि नौवीं तक की कक्षाएं संचालित मिती
इन सबका पंजीकरण क्षेत्र के ही विकास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैनाहार देवा में पाया गया। इसमें 56 विद्यार्थी नौवीं कक्षा के मिले। इस पर डीआईओएस ने विद्यार्थियों का पंजीकरण करने वाले विकास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैनाहार को मान्यता रद्द करने के साथ ही पंजीकरण निरस्त करने की संस्तुति कर पत्र उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेजा है। वहीं प्राइमरी व जूनियर तक की कक्षाओं के संचालन को लेकर कार्रवाई करने के निर्देश बीएसए को दिए हैं। बीएसए अजय प्रताप सिंह ने बताया कि मामला जानकारी में है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।