रेउसा / इमलिया सुल्तानपुर (सीतापुर) परिषदीय वार्षिक परीक्षा 22 मार्च से शुरू ही रही है। ऐसे में नौनिहालों को कार्य के रिवीजन की जरूरत है। शिक्षक नौनिहालों को पढ़ाने के बजाए देर से स्कूल पहुंच रहे है। समय से पहले स्कूल बंद करके निकल जाते हैं। कई विद्यालयों में जब शिक्षक नहीं पहुंचे रसोइयां बच्चों को पढ़ाती हुई नजर आई यह नजारा एलिया व रेवसा विकासखंड में मंगलवार को दिखाई दिया।
एलिया विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय बरुआ सुबह 9:25 बजे चंद मिला। बच्चे विद्यालय में बने रैंप पर बैग टांगकर खेल रहे थे। कुछ छात्र पेड़ की डाल पर बैठे थे। आसपास के लोगों ने बताया कि 9:55 बजे पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेसमय में छात्र प्रार्थना कर थे। सुबह 10 बजे प्राथमिक विद्यालय दखिया मजरा एलिया में एक हो शिक्षिका सुनीता नजर आई। जबकि विद्यालय हमेशा देर से खुलता है। सुबह अन्य सहायक व शिक्षामित्र के न होने की जानकारी नहीं दे सकी। सुबह 10:25 बजे प्राथमिक विद्यालय बेहड़ामाफों में छात्रों को संख्या औसतन अधिक नजर आई। मगर उन्हें पढ़ाने के लिये शिक्षक नज़र नहीं आया विद्यालय में तैनात दोनों रसोइयों ने बच्चों को
पढ़ाने को बागडोर संभाल रखी थी। रेउसा विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय जगदीशपुर में 12 बजे बच्चे गंदगी के बीच एमडीएम का स्वाद चखते हुए मिले। यहां उपस्थित रजिस्टर पर 231 बच्चे दर्ज है, लेकिन मौके पर 90 बच्चे मिले कई शिक्षक अनुपस्थित रहे। भरथा स्कूल में पंजीकृत 280 बच्चों में 50 बच्चे मिल करीता पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। विद्यालय में कई शिक्षक अनुपस्थित मिले। प्राथमिक विद्यालय चिरैया में 112 बच्चे मिले। यहां पर भी बिना सूचना के कई शिक्षक गैर हाजिर रहे।