उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा आयोग की परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के एक और आरोपी सहायक अध्यापक को कोतवाली पुलिस ने बरेली से गिरफ्तार कर लिया है। इस फर्जीवाड़े के आखिरी आरोपी इस शिक्षक पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित था। वह पिछले दो सालों से पुलिस को चकमा दे रहा था।
घटना का खुलासा करते हुए सीओ सदर अभय सिंह ने बताया कि दाड़ी महमूदपुर अकबरपुर स्याली उमरी चौक थाना छजलैट जिला मुरादाबाद का रहने वाला आरोपी रिंकू कुमार प्राथमिक विद्यालय, दलेलनगर नवाबगंज जिला बरेली में सहायक अध्यापक पद पर तैनात है। वह वर्ष 2019 में हुई उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा आयोग की एलटी लिखित परीक्षा में फर्जी प्रतिभागी बनकर परीक्षा देने का आरोपी था, लेकिन पिछले दो साल से पुलिस को अलग-अलग तरीकों से गच्चा दे रहा था। इस पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक पर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था। सुरागकशी और सर्विलांस की मदद से पता चला कि आरोपी शिक्षक की यूपी विधानसभा के चुनाव में ड्यूटी लगी है। इसके बाद पुलिस टीम आरोपी का लगातार पीछा करती रही। टीम ने आरोपी को बरेली के नवाबगंज कस्बे से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपी रिंकू कुमार ने बताया कि वह सॉल्वर गैंग के संपर्क में आने के बाद दो-दो लाख रुपये लेकर एलटी शिक्षक भर्ती के परीक्षा केंद्रों पर जाकर फर्जी प्रतिभागी बनकर वास्तविक परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा देता था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।