लखनऊ उत्तर प्रदेश में छह मेडिकल कालेजों में स्थापित किए गए सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक का जल्द संचालन शुरू होगा। सुपर स्पेशियलिटी इलाज की सुविधा मिलने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके लिए प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ-साथ रेजीडेंट डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के कुल 2763 पदों का सृजन किया किया है। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद भर्ती की प्रक्रिया शुरू करने पर मंथन किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार की ओर से पदों के सृजन का आदेश जारी कर दिया गया है। जिन छह राजकीय मेडिकल कालेजों में सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक के संचालन के लिए इन पदों का सृजन किया गया है उसमें राजकीय मेडिकल कालेज मेरठ, राजकीय मेडिकल कालेज गोरखपुर, राजकीय मेडिकल कालेज झांसी, राजकीय मेडिकल कालेज प्रयागराज, राजकीय मेडिकल कालेज आगरा और राजकीय मेडिकल कालेज कानपुर शामिल है।
फिलहाल जो 2763 पदों का सृजन किया गया है, उसमें 1508 नियमित पद हैं और 1255 पद अस्थाई हैं, जो कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरे जाएंगे। 1508 स्थाई पदों में 89 पद प्रोफेसर, एडिशनल प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर के हैं। 150 पद रेजीडेंट डाक्टरों के हैं और 1269 पद पैरामेडिकल स्टाफ के हैं।
वहीं राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) के मानकों के आधार पर ही 1255 आउटसोर्सिंग के पद भी भरे जाएंगे। सुपर स्पेशियलिटी विशिष्टा के अंतर्गत कार्डियोलाजी, न्यूरोलाजी, गैस्ट्रो सर्जरी, नेफ्रोलाजी व न्यूरोसर्जरी इत्यादि के चिकित्सक भर्ती होंगे। इन छह राजकीय मेडिकल कालेजों में सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में प्रति बेड तीन पदों का सृजन किया गया है। फिलहाल पद सृजित कर दिए गए हैं और चुनाव बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।