लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन कई केंद्रों पर छात्रों को हिंदी की परीक्षा में गलत प्रश्नपत्र देने के मामले में डीआईओएस ने एक और कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए केंद्र व्यवस्थापक/प्रधानाचार्य व कक्ष निरीक्षक को कार्यमुक्त कर दिया है। अमर उजाला के शनिवार को ‘यूपी बोर्ड : हिंदी का गलत प्रश्नपत्र, हंगामा’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। डीआईओएस की जांच में इसकी पुष्टि के बाद अब तक तीन केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापकों व एक कक्ष निरीक्षक को कार्यमुक्त करते हुए चार शिक्षकों के निलंबन की सिफारिश की गई है। वहीं, एक निजी विद्यालय की मान्यता समाप्त करने की सिफारिश भी की गई है।
मामले में अब डीआईओएस डॉ. अमर कांत सिंह ने राजकीय दृष्टिबाधित इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक ओंकार नाथ शुक्ला और कक्ष निरीक्षक राकेश चंद्र को कार्यमुक्त किया है। कक्ष निरीक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी संस्तुति की है। यहां वरिष्ठतम प्रवक्ता चंद्र कुमार को केंद्र व्यवस्थापक का चार्ज सौंपा है। यहां लखनऊ मॉडल पब्लिक इंटर कॉलेज कैंपबेल रोड के कक्षा 12 के विज्ञान वर्ग के पांच छात्रों को सामान्य हिंदी के स्थान पर हिंदी का प्रश्नपत्र हल करने को दे दिया गया था। छात्रों के मांगने पर भी उनको सही प्रश्न पत्र नहीं दिया गया। इससे छात्रों को गलत प्रश्नपत्र हल करना पड़ा। इससे पहले शनिवार को डीआईओएस ने गांधी विद्यालय के केंद्र व्यवस्थापक तेज राम को बोर्ड परीक्षा से कार्यमुक्त करते हुए जीसस एंड मैरी इंटर कॉलेज की मान्यता समाप्त करने की सिफारिश की थी। वहीं, बजरंगी लाल साहू इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक रवि किशोर गौतम को कार्यमुक्त करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने व अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की है। साथ ही यहां के चार कक्ष निरीक्षकों को भी निलंबित करने की सिफारिश की है। उधर, राजकीय हाईस्कूल मलहा के सहायक अध्यापक सत्येंद्र कुमार पांडेय और राजकीय हाईस्कूल हलुआपुर की सहायक अध्यापिक ा सरिता को भी प्रतिकूल प्रविष्टि देने की सिफारिश की है।
नौ परीक्षा केंद्रों को डिबार करने की चेतावनी
बोर्ड परीक्षा के दौरान केंद्र व्यवस्थापक को सभी कक्ष निरीक्षकों, कार्मिकों, परिक्षार्थियों की उपस्थिति व अनुपस्थिति प्रतिदिन बोर्ड द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर पर अपलोड करानी है। इसमें कोताही पर डीआईओएस ने नौ परीक्षा केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापकों को नोटिस जारी कर रविवार शाम तक अनिवार्य रूप से उपस्थिति अपलोड करने का निर्देश दिया है। ऐसा न करने पर केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ कार्रवाई के साथ परीक्षा केंद्र को डिबार करने की चेतावनी दी है। नोटिस पाने वाले स्कूलों में जेपी मॉडल पब्लिक इंटर कॉलेज डूडा कॉलोनी, डॉ. श्याम सिंह पब्लिक इंटर कॉलेज, एमएल पब्लिक स्कूल कन्नी खेड़ा, चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज गहदो, म्यूनिसिपल गर्ल्स इंटर कॉलेज, हीरालाल यादव इंटर कॉलेज उत्तरगांव, भारतीय बालिका इंटर कॉलेज शाहजनफ रोड, नवजीवन इंटर कॉलेज मोहनलालगंज, गोपीनाथ लक्ष्मण दास रस्तोगी इंटर कॉलेज शामिल हैं। डीआईओएस ने यह भी कहा है कि कार्मिकों व कक्ष निरीक्षकों के पारिश्रमिक का भुगतान केंद्र व्यवस्थापक व प्रबंधन की जिम्मेदारी है।