यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में पहली बार साफ्टवेयर के माध्यम से केन्द्र व्यवस्थापक, वाह्य केन्द्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक और बाकी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इनकी हाजिरी भी इसी पेार्टल के माध्यम से लगाई जाएगी। यह जानकारी माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने दी है। हर पांच परीक्षा दिवसों के बाद साफ्टवेयर के माध्यम से कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी में बदलाव किया जाएगा। यूपी बोर्ड की परीक्षा 24 अप्रैल से शुरू हो रही है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए जिले के सरकारी, सहायताप्राप्त व वित्तविहीन शिक्षकों का डाटा सॉफ्टवेयर में फीड किया गया है। बेसिक शिक्षा परिषद के अध्यापकों का भी विवरण सॉफ्टवेयर में डाला गया है। वरिष्ठता के अनुसार माध्यमिक स्कूलों के अध्यापकों की ड्यूटी केन्द्र व्यवस्थापक और वाह्य केन्द्र व्यवस्थापक के रूप में लगाई गई है। हर परीक्षा केन्द्र पर 50 प्रतिशत अध्यापकों की ड्यूटी वाह्य कक्ष निरीक्षकों के रूप में लगाई गई है।
यह ध्यान रखा गया है कि अध्यापकों की ड्यूटी निकट परीक्षा केन्द्र पर ही लगाई गई है। केन्द्र व्यवस्थापक परीक्षा के काम में जुड़े हुए अपने केन्द्र के 50 प्रतिशत अध्यापकों को स्कूल में रख सकेंगे। श्रीमती शुक्ला ने बताया कि परीक्षा की समाप्ति पर किसने, कितने दिन परीक्षा का काम किया है, यह पोर्टल पर मौजूद रहेगा। इसके आधार पर ही उनके पारिश्रमिक का बिल अपनेआप बन जाएगा और इससे जल्द भुगतान हो जाएगा।