भाजपा नेता योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार दूसरी बार शपथ ली। योगी आदित्यनाथ कैबिनेट 2.0 के 50 मंत्रियों ने भी शपथ ली। इस दौरान उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल से 24 मंत्रियों को हटाकर नए चेहरों को जगह दी गई।
इन 24 मंत्रियों को दोबारा जगह नहीं
राज्य में भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल में स्थान पाने में विफल रहने वाले मंत्रियों में दिनेश शर्मा, सतीश महाना, आशुतोष टंडन, श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थ नाथ सिंह और अन्य शामिल थे।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत कुल 52 मंत्रियों ने शुक्रवार को शपथ ली। जिन लोगों को दोबारा मंत्री नहीं बनाया गया है उनमें मोहसिन रजा, जय प्रकाश निषाद, राम नरेश अग्निहोत्री, अशोक कटारिया, जय प्रकाश निषाद और रमापति शास्त्री शामिल हैं।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की देखरेख वाले नीलकंठ भी हटे
पिछली बार स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री रहे वाराणसी के नीलकंठ तिवारी भी मंत्रियों की सूची से गायब हैं। नीलकंठ के पास धर्मार्थ कार्य और पर्यटन जैसे विभाग थे। पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को उन्हीं की देखरेख में बनाया गया था। विश्वनाथ मंदिर का गलियारा दक्षिणी वाराणसी शहर में आता है जहां से नीलकंठ तिवारी विधायक हैं।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को भी जगह नहीं
दिनेश शर्मा, जो पहले उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री थे, को भी योगी कैबिनेट से हटा दिया गया है। उनकी जगह ब्रजेश पाठक ने केशव प्रसाद मौर्य के साथ डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली। वहीं मथुरा से बीजेपी विधायक और पहले कार्यकाल में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को भी योगी कैबिनेट में जगह नहीं मिली। शर्मा ने हाल ही में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस के प्रदीप माथुर को 1,09,803 मतों के बड़े अंतर से हराया था।
इसके अलावा, सतीश महाना, जो पहले उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास मंत्री थे, को भी राज्य में नए मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य में अपने सहयोगियों के साथ उत्तर प्रदेश में 255 सीटें जीती थीं।