चंदौली
जिले के परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता व शिक्षकों की उपस्थिति परखने का निर्देश बीएसए ने सभी बीईओ को दिया है। इसपर शुक्रवार को बीईओ की टीम ने विभिन्न स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 61 शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक अनुपस्थित पाए गए। इसपर बीएसए ने नाराजगी प्रकट करते हुए सभी का वेतन व मानदेय रोकने की कार्रवाई की है।
सरकार के लाख कवायदों के बावजूद परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो पा रहा है। इससे शासन के मंशा के अनुसार जिले में शिक्षा व्यवस्था बेहतर नहीं हो पा रही है। इसको लेकर जिला प्रशासन के साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग पूरी तरह से गंभीर रूख अख्तियार किया है। बीएसए ने सभी बीईओ को स्कूलों का निरीक्षण करने का दिया है। इसपर शुक्रवार को बीईओ ने नियामताबाद व सदर ब्लाक के दर्जनों स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 32 प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक स्कूलों से लापता रहे। वहीं 29 शिक्षामित्र और अनुदेशक भी अनुपस्थित पाए गए। स्कूलों में सफाई व्यवस्था बेपटरी मिली। बीईओ की ओर से निरीक्षण आख्या बीएसए को प्रेषित की गई। इसपर बीएसए ने सभी अनुपस्थित शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का वेतन और मानदेय रोकने की कार्रवाई की। वहीं विद्यालयों में सफाई समेत अन्य व्यवस्थाएं मानक के अनुरूप नहीं मिलने पर वहां के प्रधानाध्यापक का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है। इस कार्रवाई से शिक्षकों में खलबली मची रही। बीएसए ने चेताया कि यदि कोई भी शिक्षक स्कूल से अनुपस्थित पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई हर हाल में की जाएगी।