रुहेलखंड विश्वविद्यालय बीएड के दो वर्षीय पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं करेगा। वही बदलाव अपनाएगा जो एनसीटीई) की ओर से किए जाएंगे। फिलहाल बीएड की पढ़ाई पुराने पाठ्यक्रम से ही होगी।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय समेत कई शिक्षण संस्थानों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। इस नीति के मुताबिक कोर्स की शुरुआत से ही सेमेस्टर प्रणाली लागू होनी है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने स्नातक पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर सिस्टम शुरू कर दिया है। इसी वजह से सवाल उठाया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत बीएड में भी सेमेस्टर प्रणाली लागू की जाए।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इस पर मंथन के बाद पाठ्यक्रम में बदलाव न करने का फैसला लिया है। सूत्रों का कहना है कि पाठ्यक्रम में विश्वविद्यालय को बदलाव का अधिकार नहीं है। लिहाजा विश्वविद्यालय एनसीटीई के आदेश का इंतजार कर रहा है। उसके बाद ही अगला निर्णय लिया जाएगा।