बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में दोपहर का भोजन के लिए 15 मिनट निर्धारित कर दिया गया है, जबकि 15 मिनट में बच्चे लाइन में लगकर बर्तन धुलते हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में अधिकारियों का आदेश अध्यापकों के गले की फांस बन रहा है। लोगों की मांग पर शिक्षण कार्य के लिए सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े 12 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। इसमें सिर्फ 15 मिनट का वक्त एमडीएम के लिए दिया गया है। 15 मिनट में बच्चे हाथ धोकर कतार में बैठ भी नहीं पाते हैं। आदेश के बाद अध्यापक सोशल मीडिया पर अपनी आपत्ति दर्ज करा रहे हैं।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज ने धूप व गर्मी को देखते हुए परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों का संचालन सुबह साढ़े सात से दोपहर साढ़े 12 तक कर दिया है। प्रार्थना सभा साढ़े सात से 7:40 बजे तक व मध्यावकाश सुबह 10 से 10:15 बजे तक करने का निर्देश है। परिषदीय विद्यालयों में मध्यान भोजन योजना लागू है। एमडीएम ग्रहण करने के लिए अच्छे हाथोकर अपनी थाली लेकर कतार में बैठते हैं।
भोजन ग्रहण करने के बाद बच्चों को अपनी थाली स्वयं धोनी होती है। हाथ धोकर खाना खाने और थाली धोने के लिए 15 मिनट का वक्त नाकाफी है। विद्यालयों में बच्चों की भीड़ की वजह से एक नल पर एक साथ इतने बच्चे हाथ धोने और बर्तन धोने का काम नहीं कर सकते हैं। सचिव के आदेश के बाद बीएसए ने भी साढ़े सात से साढ़े 12 बजे तक शिक्षण कार्य व इस बीच 15 मिनट का भोजन अवकाश करने का निर्देश दिया है।