नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 से टर्म परीक्षाओं को खत्म करने का फैसला किया है। इस सत्र से बोर्ड कोरोना से पहले की तरह साल में एक बार होने वाली वार्षिक परीक्षाओं को आयोजित करेगा। बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि सीबीएसई ने कोरोना महामारी के कारण सत्र 2021-22 में 10वीं और 12वीं की परीक्षा दो टर्म में लेने का फैसला किया था, लेकिन मौजूदा स्थितियों को देखते हुए बोर्ड ने पहले की तरह शैक्षणिक सत्र के अंत में एक वार्षिक परीक्षा करने का निर्णय लिया है। सीबीएसई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने पहले की तरह वार्षिक परीक्षाओं को निर्णय सत्र सभी हितधारकों की प्रतिक्रिया लेने के बाद लिया है। ये परीक्षाएं तीन घंटे की होंगी। जारी पाठ्यक्रम में बताया गया है कि प्रत्येक विषय की मूल्यांकन योजना में आंतरिक, व्यावहारिक और आंतरिक परीक्षा के अंक शामिल होंगे। बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों में वास्तविक जीवन की स्थितियों के आधार पर अधिक प्रश्न होंगे, जिसमें छात्रों को विश्लेषण, मूल्यांकन और संश्लेषण करने की आवश्यकता होगी। इसमें दोनों कक्षाओं में कुछ विषयों की परीक्षा 80 अंक और आंतरिक परीक्षा 20 अंकों की होगी। जिन परीक्षाओं में व्यावहारिक कक्षाएं भी शामिल होंगी, उनकी सैद्धांतिक परीक्षा 70 अंक और प्रायोगिक परीक्षा 30 अंक की होगी।
विस्तृत पाठ्यक्रम जारी
सीबीएसई ने सत्र 2022-23 की परीक्षा को लेकर अपनी वेबसाइट पर नौवीं से 12वीं तक का विस्तृत पाठ्यक्रम जारी किया है। नए पाठ्यक्रम को न घटाया है और न ही 50-50 प्रतिशत में बांटा है। बोर्ड ने सत्र 2021-22 में पाठ्यक्रम को टर्म-वन और टर्म-टू में बांटा था, जिसमें 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम की परीक्षा टर्म-वन में हुई थी और बाकी कोर्स की परीक्षा टर्म-टू में होगी।