गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अफसरों को रात में क्षेत्र में ही रुकने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उप जिलाधिकारी (एसडीएम), तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पुलिस क्षेत्रधिकारी (सीओ) रात्रि में हर हाल में अपने तैनाती स्थान पर ही रुकें। अकारण मुख्यालय पर न जाएं। क्षेत्र में रहेंगे तो नागरिकों की समस्याएं उन तक तत्काल पहुंचेंगी और उनका त्वरित निस्तारण होगा।
साथ ही सीएम ने कहा कि अफसर समय से कार्यालय में बैठें। जन समस्या के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ प्रति माह बैठक करें। भूमाफिया पर नकेल कसें और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई करें।
मुख्यमंत्री रविवार को मंडलायुक्त कार्यालय में गोरखपुर मंडल के चारो जिले गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षकों एवं गोरखपुर जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने 10 करोड़ और इससे अधिक की लागत वाली योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों का फोन जरूर रिसीव करें और उन्हें पूरा रिस्पांस करें। जनता से जुड़ी समस्याओं का समाधान करें और फोन पर नागरिकों को इसकी जानकारी दें। पूर्वाह्न् 10:27 बजे मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री समीक्षा बैठक और जनप्रतिनिधियों से बात कर दोपहर 1:38 बजे बाहर निकले। करीब सवा तीन घंटे की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने खासतौर पर गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक दक्षिणी को कहा कि वह अपने कार्य क्षेत्र में किराये का कमरा लेकर वहीं पर रात में रुकें। इसी प्रकार अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी अपने क्षेत्र में रुकें। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में दो हजार करोड़ रुपये की लागत वाली उन परियोजना का प्रजेंटेशन भी देखा, जिनका अगले सौ दिनों में गोरखपुर में लोकार्पण या शिलान्यास होना है। निर्माणाधीन गोरखपुर-वाराणसी राजमार्ग की प्रगति जानी और शेष कार्य जल्द पूरा करने के लिए कहा।
’>>मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
’>>भूमाफिया और भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने का दिया निर्देश
योगी के अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
’कार्य समय से पूरा न होने पर जवाबदेही तय हो, हर योजना के लिए नोडल अधिकारी नामित हो
’मेरिट के आधार पर जनसमस्याओं का करें निस्तारण
’महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और समस्याओं के निस्तारण के लिए ग्राम पंचायतों में चौपाल लगाएं
’जनसमस्याओं का रजिस्टर बनाएं और निस्तारण की स्थिति दर्ज करें
’बच्चों का प्रवेश स्कूल में कराएं, यूनिफार्म दें और स्कूलों का सुंदरीकरण कराएं
’थानों पर आने वालों के लिए बैठने और पानी की व्यवस्था हो
’उद्यमियों व व्यापारियों की समस्या के निराकरण के लिए मंडल व जिला स्तर पर समीक्षा बैठक हो
’हर गांव में ग्राम सचिवालय स्थापित कर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया जाए
प्रति सप्ताह प्रमुख स्थल पर बजाएं पुलिस बैंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बैंड इक्का-दुक्का स्थानों व विशेष अवसर पर ही बजाए जाते हैं। इससे बैंड से जुड़े लोग अपना कार्य ही भूल जाते हैं। व्यवस्था में बदलाव करें। पुलिस बैंड का साप्ताहिक शेड्यूल बनाएं, जिसमें हर बलिदानी, पर्यटन व प्रमुख स्थल पर एक सप्ताह देश भक्ति की धुन बजाएं।
ऊपर तक न आएं शिकायतें
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता दर्शन और वरिष्ठ अफसरों के पास ऐसी शिकायतें आती हैं जो थाना, ब्लाक और तहसील स्तर पर निपट सकती हैं। निचले स्तर पर प्रभावी कार्रवाई न होने से ही ऐसा होता है। जन समस्याओं का स्थानीय स्तर पर त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराएं ताकि किसी को परेशान न होना पड़े। अपराधियों से सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था का राज होना चाहिए। लोगों को महसूस होना चाहिए कि वह ऐसे माहौल में हैं, जहां अपराध के लिए कोई जगह नहीं है।