लखनऊ। नई सरकार बनने के साथ ही बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री तो बदल गए, पर शिक्षकों के खिलाफ दो साल से चल रही जांच अब भी अधूरी है। दरअसल, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति का मामला सामने आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जून 2020 में बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी और सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में जांच के आदेश दिए थे।
तीनों विभागों ने हर जिले में एडीएम की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर जुलाई 2020 तक रिपोर्ट मांगी थी। इस दौरान बेसिक में महानिदेशक, प्रमुख सचिव और कई बीएसए बदल गए, जबकि माध्यमिक में अपर मुख्य सचिव पद पर आराधना शुक्ला और निदेशक पद पर विनय कुमार पांडेय बने हुए हैं।
डॉ. दिनेश शर्मा की जगह अब योगेंद्र उपाध्याय उच्च शिक्षा के मंत्री बनाए गए हैं। विभाग की पूर्व राज्यमंत्री गुलाबदेवी अब राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं और मोनिका एस गर्ग अपर मुख्य सचिव है, फिर भी जांच पूरी नहीं हो पायी