लखनऊ : योगी सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात 27,555 अंशकालिक अनुदेशकों और सरकारी, परिषदीय व सहायताप्राप्त प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में मिड-डे मील पकाने वाले 3,77,520 रसोइयों का मानदेय बढ़ाने का फैसला कर उनसे किया गया वादा निभाया है। अंशकालिक अनुदेशकों के मानदेय में 2000 रुपये और रसोइयों के मानदेय में 500 रुपये प्रतिमाह की वृद्धि की गई है। इसके साथ ही प्रत्येक शैक्षिक सत्र में महिला रसोइयों को ड्रेस के तौर पर साड़ी और पुरुष रसोइयों को पैंट-शर्ट के लिए उनके बैंक खातों में 500 रुपये की रकम भेजने का भी निर्णय हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लाल बहादुर शास्त्री भवन में हुई कैबिनेट बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। कैबिनेट बैठक में नौ प्रस्ताव मंजूर हुए जबकि एक स्थगित कर दिया गया। बैठक के बाद बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने बताया कि परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अंशकालिक अनुदेशकों को अभी तक 7000 रुपये मानदेय मिलता था जिसे बढ़ाकर 9000 प्रतिमाह करने का फैसला किया गया है। वहीं रसोइयों का मानदेय 1500 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये करने का निर्णय हुआ है। सरकार ने रसोइयों की ओर से ड्रेस की मांग को स्वीकार करते हुए महिला रसोइयों को प्रत्येक शैक्षिक सत्र में साड़ी और पुरुष रसोइयों को पैंट-शर्ट उपलब्ध कराने के लिए 500 रुपये देने का भी निर्णय किया है। इस निर्णय से राज्य सरकार पर 268.26 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्ययभार आएगा।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष 16 दिसंबर को विधान सभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पेश किये गए दूसरे अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने अंशकालिक अनुदेशकों और रसोइयों का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी।