लखनऊ, पढ़ाई के बोझ तले दबी मेडिकल परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रही छात्रा ने रविवार को फांसी लगाकर जान दे दी।
छात्रा के पास से पीजीआई पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने लिखा है कि मैं अंदर से मजबूत नहीं हूं कि दबाव बर्दाश्त कर सकूं। मैं अपने फैसले से दुखी हूं मैंने अपना समय बर्बाद कर दिया। आपने भरोसा किया और मैंने भरोसा तोड़ दिया मुझे माफ कर दीजिएगा। पीजीआई के कहलोन गार्डन सेक्टर -12 निवासी एकता ओझा निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। एकता के मुताबिक रेाज की शनिवार को सुबह वह स्कूल पढ़ाने गई थी। बेटी क्षमा ओझा (19) नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी। वह घर पर अकेली थी। एकता 3:30 बजे स्कूल से घर आई तो काफी देर खटखटाने के बाद भी दरवाजा अंदर से नहीं खुला। उन्होंने देवर शत्रुघ्न दुबे और पड़ोसियों को बताया। काफी देर आवाज लगाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो एकजुट हुए लोग दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो कमरे का नजारा देख सभी के होश उड़ गए। क्षमा का शव पंखे के कुंडे से दुपट्टे के फंदे के सहारे लटका हुआ था।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की तो कमरे से एक सुसाइड नोट मिला। पुलिस के मुताबिक मृतका के पिता चंद्र प्रकाश ओझा आर्मी में हैं जो कि इस वक्त कश्मीर में तैनात हैं।