उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस की तर्ज पर प्रदेश के प्रत्येक जिले का स्थापना दिवस और महोत्सव मनाया जाएगा। प्रत्येक शहर एवं गांव में पारस्परिक एकता और सौहार्द को बढ़ाने के लिए महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा ताकि सामाजिक एवं सांस्कृतिक विरासत को सुदृढ़ किया जा सके। श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली विकसित की जाएगी। भाजपा के संकल्प में किए गए वादे के तहत बुजुर्ग संतों, पुजारियों एवं पुरोहितों के कल्याण के लिए एक बोर्ड के गठन किया जाएगा। बुधवार को एनेक्सी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रस्तुतीकरण के दौरान यह निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ईको टूरिज्म की अपार संभावनाएं है। उन्होंने पर्यटन विभाग को अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने की योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश में ईको एंड रुरल टूरिज्म बोर्ड का गठन करने और सभी 75 जिलों में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद का गठन करने के निर्देश दिए। पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, धमार्थ कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीथ अवस्थी और भाषा विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने विभाग की आगामी योजना का प्रस्तुतीकरण दिया। मंत्रियों ने भी पर्यटन एवं संस्कृति विभाग से जुड़ी योजनाओं पर अपने सुझाव दिए। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा मौजूद थे।
अयोध्या में नियमित रूप से होगी रामलीला
अयोध्या में नियमित रूप से रामलीला का आयोजन किया जाएगा। अयोध्या धाम में सहादतगंज नया घाट मार्ग से सुग्रीव किला पथ श्रीरामजन्मभूमि तक ‘जन्मभूमि पथ’ का 4-लेन चौड़ीकरण किया जाएगा। अयोध्या मुख्य मार्ग से हनुमानगढ़ी होते हुए श्रीराम जन्मभूमि तक ‘भक्ति पथ’ के चौड़ीकरण का कार्य जल्द पूरा कराया जाएगा।
संकल्प पत्र के वादों को जल्द पूरा करें
मुख्यमंत्री ने लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 के तहत महर्षि वाल्मीकि आश्रम लालापुर चित्रकूट, संत रविदास की जन्मस्थली वाराणसी, भगवान श्रीराम एवं निषादराज गुह्य के मिलन स्थल श्रृंग्वेरपुर प्रयागराज के पर्यटन विकास का कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने बोलियों की समृद्धि व संरक्षण के लिए सूरदास ब्रजभाषा अकादमी, गोस्वामी तुलसीदास अवधी अकादमी, केशवदास बुंदेली अकादमी और संतकबीरदास भोजपुरी अकादमी की स्थापना करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक, सीतामढ़ी स्थल भदोही के विकास की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
पांच जिलों में होगी संग्रहालयों की होगी स्थापना
लखनऊ, सोनभद्र व लखीमपुर खीरी में जनजातीय संग्रहालय, कन्नौज में बाल संग्रहालय और बलरामपुर के इमिलिया कोडर में थारु जनजाति के संस्कृति संग्रहालय की स्थापना करने के निर्देश दिए। मेरठ के हस्तिनापुर व गोरखपुर में प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय की स्थापना करने और वाराणसी में संत रविदास संग्रहालय व सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की जाएगी। लखनऊ स्थित राजकीय अभिलेखागार में आजादी की गौरव गाथा पर आधारित वीथिका का निर्माण कराने और संगीत नाटक अकादमी के स्टूडियो में कम्युनिटी रेडियो ‘जयघोष’ शुरू किया जाएगा। सीएम ने संग्रहालय स्थापना की कार्यवाही जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
पर्यटक मित्र तैयार किए जाएंगे
युवाओं में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए एनसीसी, एनएसएस, युवक- महिला मंगल दल के जरिये पर्यटन मित्र तैयार किए जाएंगे। पर्यटकों की सहायता के लिए पोर्टल, हेल्पलाइन और मोबाइल एप विकसित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने एडॉप्ट ए हेरिटेज नीति के तहत छतर मंजिल, दर्शन विलास कोठी लखनऊ, गोवर्धन की छतरियां मथुरा, कर्मदेश्वर महादेव काशी, चुनार किला मिर्जापुरए बरुआ सागर झील किला हेरिटेज मित्र का चयन करने के निर्देश दिए।
हर जिले के इतिहास की पुस्तक प्रकाशित होगी
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रदेश के 75 जिलों के समृद्ध इतिहास से परिचय कराती 75 पुस्तकों का प्रकाशन और 75 लघु फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी। सभी विश्वविद्यालयों में गौरव गैलरी की स्थापना की जाएगी। हैपिनेस इंडेक्स में सुधार के दृष्टिगत विभिन्न योग एवं आध्यात्मिक संस्थाओं से समन्वय कर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने हिन्दी संस्थान के आडिटोरियम निर्माण के कार्य को जल्द पूरा कराने के भी निर्देश दिए।
पर्यटन सर्किट का निर्माण जल्द पूरा कराएं
मुख्यमंत्री ने रामायण सर्किट, बुद्धा सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, शक्तिपीठ सर्किट, कृष्ण-ब्रज सर्किट, बुंदेलखंड सर्किट, महाभारत सर्किट, सूफी-कबीर सर्किट, क्राफ्ट सर्किट, स्वतंत्रता संग्राम सर्किट, जैन सर्किट एवं वाइल्ड लाइफ एंड ईको टूरिज्म के विकास कार्यों को प्रतिबद्धता से पूरा कराने के निर्देश दिए।
बरसाना और प्रयागराज में रोप-वे बनाया जाएगा
मथुरा के बरसाना तथा प्रयागराज में झूंसी से त्रिवेणी पुष्प तक रोप-वे का निर्माण कराया जाएगा। पर्यटक आवासों का संचालन पीपीपी मोड पर किया जाएगा।