जासं, मैनपुरी: जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों को अब स्मार्ट बनाया जाएगा। पहले चरण में 100 केंद्रों की सूरत बदली जाएगी। कायाकल्प के दौरान केंद्रों में जरूरी काम कराए जाएंगे तो फर्श पर टाइल्स लगेंगी। बच्चों को प्री- शिक्षा देने और लुभाने के लिए कुर्सी, मेज, खेल-खिलौने उपलब्ध कराए जाएंगे।
कोरोना संक्रमण की वजह से जिले के सभी 1788 आंगनबाड़ी केंद्रों में गतिविधि पूरी तरह से ठप रही थीं। इस दौरान केवल बच्चों, गर्भवती और धात्री महिलाओं को पुष्टाहार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बांटा, जो स्वजन को दिया गया। अब इस साल संक्रमण की गति थमने के बाद शासन के आदेश पर आंगनबाड़ी केंद्र खुल गए हैं। बच्चों को भी अब केंद्रों में बुलाया जाने लगा है। शासन की मंशा के अनुरूप इन बच्चों को प्री-प्राइमरी की गतिविधि सिखाई जा रही है।
पहले चरण में शहर और नौ ब्लाक के सौ आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प होगा। इसके लिए सीडीओ विनोद कुमार ने जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्योति शाक्य को खराब हालत वाले भवनों की सूची बनाकर कायाकल्प कराने को कहा है।
ये होंगे काम
चिन्हित आंगनबाड़ी केंद्रों को सुंदर बनाया जाएगा। बच्चों को लुभाने के लिए पेंटिग बनाई जाएगी तो फर्श को टाइल्स से सुसज्जित किया जाएगा। बच्चों के लिए खिलौनों का इंतजाम होगा तो उनके बैठने के लिए कुर्सी का भी इंतजाम होगा।
पहले चरण में एक सौ आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प होगा। इसके बाद इतने ही और केंद्रों का चयन होगा। पहले चरण वाले केंद्रों पर बच्चों के लिए खिलौंने आदि मंगवाए जाएंगे, फर्श पर टाइल्स लगेंगे। यह काम कराने का जिम्मा जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिया है।
-विनोद कुमार, मुख्य विकास अधिकारी।