फर्रुखाबाद। पति की हत्या में शिक्षिका व उसके दोस्त को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। शिक्षिका व उसके प्रेमी ने रंगे हाथों पकड़े जाने पर फौजी पति की चार वर्ष पहले गला दबाकर हत्या कर दी थी। शव को गंगा किनारे फेंक दिया था।
शहर कोतवाली के गांव भगुआ नगला निवासी रमा कठेरिया प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका थी। पति दिनेश कुमार सीआईएसएफ की 75वीं बटालियन श्रीनगर में तैनात था। शिक्षिका के दो संतानें हैं। शिक्षिका के घर पर गांव के ही अमन उर्फ अनमोल का आना-जाना था। इसकी भनक दिनेेेश को लग गई थी।
रमा को बताए बिना दिनेश 6 जून 2018 को 15 दिन की छुट्टी लेकर भगुआ नगला पहुंचा। वहां उसने रमा व अमन को घर में पकड़ लिया। अमन व रमा ने दिनेश की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को गंगा के पास फेंककर पेट्रोल से जला दिया था।
जनपद एटा थाना अलीगंज के गांव झमरई निवासी रमेश चंद्र ने भाई दिनेेश के मोबाइल पर 7 जून को बात करने का प्रयास किया, लेकिन उसका मोबाइल बंद जा रहा था। आठ जून को रमा ने अपनी सास को फोन कर बताया कि दिनेश 15 दिन का अवकाश लेकर घर के लिए निकले, लेकिन अभी तक उसके पास नहीं पहुंचे।
10 जून को पुलिस ने गंगा के पास से एक शव बरामद किया। भाई रमेश चंद्र व परिजनों ने शव की शिनाख्त दिनेश के रूप में की। पुलिस ने रमेश की तहरीर पर रमा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस ने रमा व उसके प्रेमी अमन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। मंगलवार को न्यायाधीश नरेंद्र प्रकाश ने गवाह व साक्ष्यों के आधार पर आरोपी शिक्षिका रमा व उसके दोस्त अमन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
दोनों आरोपियों पर 1.75- 1.75 लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। जुर्माना न जमा करने पर दोनों को दो वर्ष का अतिरिक्त कारावास भोगना होगा। कोर्ट ने जेल में बिताई गई अवधि को सजा में समायोजित करने के आदेश दिए हैं।