माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की परीक्षा में पहली बार ओएमआर शीट का भी प्रयोग होगा। इसके साथ ही परीक्षा प्रणाली को सरल करने के लिए कई अहम बदलाव किए जाएंगे। प्रश्नपत्रों के स्वरूप में परिवर्तन के साथ ही छात्र-छात्राओं का रचनात्मक आकलन करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसकी शुरुआत 2023 की हाईस्कूल परीक्षा से होनी है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रश्नपत्रों का नया प्रारूप आदि तैयार करने में जुटेगा। हाईस्कूल व इंटर की तीन घंटे होने वाली परीक्षा दो भागों में होगी।
वस्तुनिष्ठ यानी बहुविकल्पीय प्रश्नों का जवाब परीक्षार्थी ओएमआर शीट पर देंगे। इसमें 30 अंक के सवाल पूछे जाएंगे और उसे एक घंटे में करना होगा। इसी तरह 70 अंक के विवरणात्मक प्रश्न होंगे और उनका जवाब दो घंटे में लिखना होगा। ओएमआर शीट का मूल्यांकन कंप्यूटर से कराने की विभाग ने योजना बनाई है। विभाग की 2021-22 में प्रश्नपत्रों का नया प्रारूप तैयार करने की योजना थी। इसी के मुताबिक 2024 से हाईस्कूल और 2026 से इंटर की परीक्षा नए पैटर्न से कराने का लक्ष्य निर्धारित है। इसीलिए परिषद ने नौवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा में ओएमआर शीट का प्रयोग किया है, ताकि इन छात्र-छात्राओं को अगले वर्ष हाईस्कूल में ओएमआर पर परीक्षा देने में परेशानी न हो। मंत्रिपरिषद के सामने विभाग की कार्ययोजना प्रस्तुतीकरण में मुख्यमंत्री ने तय समय सीमा को कम कर दिया है।