बिजनौर। स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था और अध्यापकों के समय की जांच के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों व डीसी से परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण कराया। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों व डीसी ने पचास विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशकों का एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए और स्पष्टीकरण मांगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन यादव ने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 50 विद्यालय का औचक निरीक्षण खंड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयक समग्र शिक्षा एवं मध्याह्न भोजन योजना से कराया गया। निरीक्षण के समय दो प्रधानाध्यापक, दो सहायक अध्यापक, दो अनुदेशक, छह शिक्षामित्र समेत कुल 12 अनुपस्थित पाए गए। इन सभी का एक दिन का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण मांगा गया। उन्होंने बताया कि माह अप्रैल 2022 में अभी तक 30 अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक के अनुपस्थित पाए जाने के कारण का एक दिन का वेतन मानदेय रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। बीएसए ने बताया कि कुछ विद्यालयों में साफ सफाई की स्थिति संतोषजनक नहीं थी। वहां निरीक्षण अधिकारी ने प्रधानाध्यापक को कल तक साफ सफाई कराकर उसके फोटोग्राफ संबंधित विकास क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी को भेजने के निर्देश दिए गए।
बीएसए को दिया ज्ञापन
बिजनौर। उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ बिजनौर ने बृहस्पतिवार को बीएसए को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में गर्मी को देखते हुए परिषदीय विद्यालयों का समय प्रात: 8 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक परिवर्तित करने मांग की गई। ज्ञापन देने में जिलाध्यक्ष अरशद जमाली, विजेंद्र कुमार, महामंत्री फहीम अहमद, मंत्री सुरेश कुमार, अजीम अहमद आदि शामिल रहे।