महमूदाबाद (सीतापुर)। एसडीएम दिव्या ओझा के औचक निरीक्षण में शिक्षा व्यवस्था की पोल खुलकर सामने आ गई। शिक्षक जहां मोबाइल में व्यस्त मिले तो वहीं शिक्षिका बच्चों को न पढ़ाकर गपशप कर रही थी। एक बच्चा अन्य बच्चों को पढ़ा रहा था। इस पर एसडीएम ने कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र लिखा है।
एसडीएम दिव्या ओझा गुरुवार को सुबह 11.45 बजे प्राथमिक विद्यालय महमूदाबाद का औचक निरीक्षण करने पहुंच गईं। स्कूल परिसर में दाखिल होते ही वहां का नजारा देख वह भौचक्की रह गईं। उन्होंने बताया कि कुछ बच्चों से स्कूल परिसर में सफाई कराई जा रही थी तो वहीं कुछ बच्चे परिसर में पानी छिड़क रहे थे।
एसडीएम जब क्लास रूम में पहुंचीं तो नजारा और चौंकाने वाला था। वहां उपस्थित छात्रों को कोई शिक्षक नहीं बल्कि उनके ही बीच का एक छात्र पढ़ा रहा था। सहायक अध्यापिका विनीता वर्मा दूसरे कक्ष में बैठकर मोबाइल में व्यस्त मिली। कुछ बच्चे उनके सामने की कक्षा में इधर-उधर टहलते दिखाई दिए।
हैरानी तब हुई जब एसडीएम ने बच्चों की कॉपी जांची। उसमें 29 मार्च के बाद 6 अप्रैल को लिखाया गया था। इस बीच बच्चों को स्कूल में कोई शिक्षा ही नहीं दी गई। एसडीएम ने जब अध्यापक उपस्थिति रजिस्टर पर नजर डाली तो उसमें पाया कि शिक्षिका सुविधा शुक्ला और शिक्षामित्र मोहम्मद शोएब के हस्ताक्षर तो हैं लेकिन दोनों स्कूल से नदारद हैैं।
वहीं दो शिक्षिका पूनम देवी व निधि सोनी की ड्यूटी सेठ रामगुलाम पटेल इंटर कॉलेज में चल रही बोर्ड परीक्षा में दर्शाई गई है। विद्यालय में शिक्षा के प्रति हो रही इस तरह की लापरवाही पर एसडीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र भेजा है।