गोंडा। जिले के 2628 परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है। इसके बावजूद कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी खल रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में शिक्षक भर्ती से ही पद भरे जा सकेंगे। वहीं साल 2017 से अभी तक पदोन्नति न होने से पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में भी शिक्षकों की कमी है।
जिले के करीब एक हजार प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक ही प्रधानाध्यापक का प्रभार देख रहे हैं। उन्हें वेतन तो सहायक अध्यापक का दिया जा रहा है लेकिन कार्य प्रधानाध्यापक का लिया जा रहा है।
जिले के प्राथमिक विद्यालयों में 3481 सहायक अध्यापकों के पद रिक्त हैं। सहायक अध्यापक की कमी से प्राथमिक विद्यालयों के साथ ही पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में भी पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हैं। जिले के दो सौ से अधिक पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में तो एक-एक शिक्षक ही हैं और छह विद्यालयों में तो तालाबंदी है। ऐसे में ब्लॉक क्षेत्र के करीब दो हजार छात्रों से शिक्षा ही दूर हो गई है।बेसिक शिक्षा विभाग में समय से पदोन्नति न होने से पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में ऐसी दिक्कत है। साल 2017 में पदोन्नति हुई थी। इसी तरह 2015 में ही पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की सीधी भर्ती हुई थी, इसके बाद भर्ती बंद कर दी गई। इससे पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित है।