प्रयागराज : अफसरों की सख्ती के बावजूद परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों में सुधार नहीं हो रहा है। 18 और 19 अप्रैल को स्कूलों की जांच हुई तो 19 शिक्षक गैरहाजिर मिले। जबकि तीन विद्यालय बंद मिले।
शिक्षकों की लापरवाही पर बीएसए ने नाराजगी जताते हुए सभी से स्पष्टीकरण तलब किया। वहीं बंद मिले विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मियों का वेतन रोक दिया है। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि 18 अप्रैल को कंपोजिट विद्यालय लोहरा प्राप्तः 7.30 बजे से 7.40 बजे तक बंद मिला। मेजा विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय इटवा खुर्द भी बंद मिला। वहां भी सभी को नोटिस दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय इटवा कला में सहायक अध्यापक चंद्र प्रकाश वर्मा, निशात फात्मा, राधिका दयाल, इकरार अहमद अनुपस्थित मिले।
उनका वेतन रोक कर उनसे भी जवाब मांगा गया है। प्रतापपुर विकासखंड के कम्पोजिट विद्यालय नयापुरवा में सुबह 7.45 बजे इंचार्ज प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार, अरुण कुमार मिश्र, हुबलाल, नीता सोनकर, आदित्य कुमार मौर्य, अरुणजी शुक्ल, अनिल सुनार, अजय कुमार, उपासना मिश्रा, आशा देवी अनुपस्थित मिलीं। 19 अप्रैल को उच्च प्राथमिक विद्यालय सुहास में किए गए पर्यवेक्षण में कोई अध्यापक उपस्थित नहीं मिला। परिसर में दो-तीन विद्यार्थी ही दिखे। पूरा विद्यालय अस्त-व्यस्त दिखा। इसी क्रम में सोरांव के कम्पोजिट विद्यालय बड़नपुर में हुए पर्यवेक्षण में इंचार्ज प्रधानाध्यापक रंजना, रूपाली सिंह, रानी रीता पांडेय, आराधना मौर्या, कुसुम लता अनुपस्थित मिलीं। सभी का वेतन रोकते हुए जवाब मांगा गया है। कुछ दिनों पहले भी बीएसए ने स्कूलों का औचक निरीक्षण कराया था, तब भी दर्जनों शिक्षक गैरहाजिर थे।