फिरोजाबाद के एका ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय नगला नोझर में वीडियो बनाने को लेकर शिक्षिका का पांच लोगों से विवाद हो गया। आरोपी खुद को पत्रकार बता रहे थे। आरोप है कि वीडियो वायरल न करने की एवज में 20 हजार रुपये की डिमांड की जा रही थी। ग्रामीणों ने करीब दो घंटे तक कथित पत्रकारों को बंधक बनाए रखा। पुलिस पांचों आरोपियों को थाने ले आई। फरिहा थाने में शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी पहुंच गए और कथित पत्रकारों के खिलाफ तहरीर दी है। इधर युवकों ने शिक्षकों पर कैमरा तोड़ने और मारपीट का आरोप लगाया है।
शनिवार सुबह पांच युवक कंपोजिट विद्यालय नगला नोझर में एक कार से पहुंचे। स्कूल में विद्यार्थी नहीं पहुंचे थे तो शिक्षिका स्कूटी से गांव में उन्हें बुलाने गई थीं। जब शिक्षिका स्कूल लौटी तो युवक वीडियो बनाने लगे। शिक्षिका ने पूछा तो बताया कि वह पत्रकार हैं। बीएसए के कहने पर आए हैं। शिक्षिका ने बीएसए को फोन कर जानकारी ली तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया। इस बात को लेकर शिक्षिका की कथित पत्रकारों से बहस हो गई। शिक्षिका ने युवकों द्वारा धक्का-मुक्की करने से हाथ पर खरोंच आने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने आरोपी युवकों को बनाया बंधक
हंगामा होता देखकर ग्रामीण पहुंच गए। उन्होंने युवकों को दो घंटे तक बंधक बना लिया। पुलिस पांचों युवकों को फरिहा थाने ले आई। थाने में एसडीएम नवनीत गोयल और सीओ जसराना अनिकेत कुमार भी पहुंच गए। बड़ी संख्या में शिक्षक भी आ गए। पीड़ित शिक्षिका अंकिता यादव की ओर से पांचों युवकों के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं प्राथमिक संघ के उपाध्यक्ष कमलकांत पालीवाल, दिनेश राजा, वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष कमल यादव, शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष यतेंद्र यादव ने भी शिकायती पत्र पुलिस को दिया है।
युवकों ने भी शिक्षिका और अन्य स्टाफ के खिलाफ तहरीर दी है। सीओ जसराना अनिकेत कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों से तहरीर आई है। जांच कर कार्रवाई करेंगे। बीएसए अंजली अग्रवाल का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में आया है। हमने किसी को विद्यालय चेक करने के लिए नहीं भेजा है।