2010 से 2017 के बीच नियुक्ति की जांच
मैनपुरी। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षक जांच का मामला फिर से गरमा रहा है। बृहस्पतिवार को एसटीएफ ने बीएसए कार्यालय पहुंचकर पूर्व में बर्खास्त किए गए शिक्षकों के अभिलेखों की जांच की।
बेसिक शिक्षा विभाग में अब तक कई शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करते पकड़े हैं। फर्जी शिक्षक होने की शिकायतों के बाद वर्ष 2017 में तत्कालीन बीएसए रामकरन यादव ने वर्ष 2010 मे 2017 तक हुई नियुक्तियों की जांच कराई तो 31 शिक्षक फर्जी पाए गए। एक जुलाई 2017 को थाना कोतवाली में सभी फर्जी शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फर्जी शिक्षक मामले की जड़ें खंगालने के लिए एसटीएफ जांच कर रही है।बृहस्पतिवार को एसटीएफ के पांच सदस्य बीएसए कार्यालय पहुंचे। करीब चार घंटे तक एसटीएफ के अधिकारियों ने बर्खास्त किए गए फर्जी शिक्षकों की फाइलें देखीं। जांच अधिकारी के बारे में भी पता लगाया। इस दौरान बीएसए कार्यालय में फर्जी शिक्षकों की चर्चा जोरों पर रही।
पुराने मामले में जांच के लिए एसटीएफ को टीम आई थी। उनके द्वारा जो भी अभिलेख मांगे गए वह उन्हें प्रदान किए गए हैं।
-कमल सिंह, बीएसए
किस भर्ती में कितने मिले थे फर्जी शिक्षक
किस भर्ती में कितने मिले थे फर्जी शिक्षक
10800 शिक्षक भर्ती 2013 में फर्जी मिले शिक्षक-13
29 हजार शिक्षक भर्ती 2013 में फर्जी मिले शिक्षक-08
10 हजार शिक्षक भर्ती 2014 में फर्जी मिले शिक्ष-10