प्रयागराज : अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डा. महेंद्र देव ने प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा में चयनित शोभा जलाल को मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद उन्नाव में नियुक्ति मिलने को गंभीरता से लिया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से जिलों में पैनल भेजे जाने के बावजूद नियुक्ति न मिलने पर जिला विद्यालय निरीक्षकों के रुख को चिंताजनक माना है। अब चयनितों के प्रत्यावेदन मिलने पर यह स्पष्ट हो सकेगा कि किन-किन जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यभार ग्रहण कराने के प्रति गंभीर नहीं हैं।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) और टीजीटी-2021 भर्ती परीक्षा के चयनितों से किसी भी कारणवश कार्यभार ग्रहण न कर पाने पर प्रत्यावेदन मांगा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने चयन करने के बाद चयनितों के पैनल जिलों में इस आशय से भेजे थे कि जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से चयनित अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण कर सकें। पैनल भेजे जाने के बाद किसी तरह की त्रुटि या किन्हीं कारणों से नियुक्ति न पाने वालों के समायोजन का प्रस्ताव कई जिला विद्यालय निरीक्षकों ने चयन बोर्ड को भेज दिया। इसके विपरीत कई जिला विद्यालय निरीक्षक ऐसे हैं, जिनके रुचि न लेने से न तो चयनित अभ्यर्थी कार्यभार ग्रहण कर पा रहे हैं और न ही चयन बोर्ड को समायोजन प्रस्ताव भेजे रहे हैं। ऐसे जिला विद्यालय निरीक्षकों में उन्नाव का नाम खुलकर आ गया है।
अब चयनितों के प्रत्यावेदन से अन्य के नाम भी सामने आएंगे। अपर निदेशक डा. महेंद्र देव ने मुताबिक पांच मई को प्रत्यावेदन दिए जाने की समय सीमा पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि कितने चयनितों को कार्यभार नहीं मिल सका है और जिला विद्यालय निरीक्षकों ने इन मामलों में क्या किया? इसके बाद आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।