प्रयागराज : आठ अप्रैल को घोषित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 के परिणाम ने हजारों युवाओं को निराश कर दिया। टीईटी के दौरान भाषा, रोल नंबर, बुकलेट सीरीज आदि का गोला सही नहीं भरने या एक से अधिक गोला भरने के कारण उनकी ओएमआर शीट का मूल्यांकन नहीं हुआ और पास होते हुए भी तकरीबन छह हजार प्रतियोगी छात्र बाहर हो गए।
हालत यह है कि परिणाम घोषित होने के बाद से प्रतिदिन सैकड़ों छात्र सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज में पहुंचकर अपनी ओएमआर का मूल्यांकन करने की गुहार लगा रहे हैं। कई अभ्यर्थी तो अफसरों को अपना नंबर बताकर रो पड़ते हैं। लेकिन उन्हें टका सा जवाब मिलता है कि यदि गोला गलत भरा या नहीं भरा है तो किसी भी सूरत में ओएमआर का मूल्यांकन नहीं हो सकता।
महज एक चूक ने इन युवाओं का कॅरियर बिगाड़ दिया और शिक्षक बनने के उनके सपने फिलहाल टूटे हुए नजर आ रहे हैं। यदि आने वाले दिनों में सरकार परिषदीय स्कूलों के लिए शिक्षक भर्ती निकालती है तो ये अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पाएंगे। पूर्व की परीक्षाओं में ऐसी गलती करने वाले कुछ अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक याचिकाएं की मगर कोई राहत नहीं मिली।