: प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्र जल्द ही प्ले स्कूलों की तरह नजर आएंगे। यहां तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को खेल-खेल में पढ़ना-लिखना सिखाया जाएगा। बच्चों को खेलने के लिए यहां खिलौने मिलेंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों को बच्चों के लिहाज से और खूबसूरत बनाया जाएगा, जिससे बच्चे भी आंगनबाड़ी केंद्रों के प्रति आकर्षित हो सकें। इसके लिए सरकार 16 करोड़ रुपये की लागत से आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-स्कूल किट बांटेगी। इसमें खिलौने के साथ ही खेल-खेल में शिक्षा प्रदान करने वाले उपकरण शामिल रहेंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए उन्हें चार्ट, टेबल व वाल पेंटिंग पर बनाई हंिदूी और अंग्रेजी की वर्णमाला, गिनती आदि सिखाएंगे। इसके अलावा प्रदेश के 31 जिलों में छह करोड़ रुपये की लागत से आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को एक्टिविटी बुक पहल, गतिविधि कैलेंडर आदि वितरित किए जाएंगे।