माध्यमिक शिक्षा परिषद की यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 में पाठ्यक्रम से बाहर पूछे गए प्रश्न तथा गलत प्रश्नों पर परीक्षार्थियों को पूरे अंक मिलेंगे। परीक्षार्थियों ने भले ही उस प्रश्न को हल करने का प्रयास किया हो अथवा न किया हो। इस बाबत सचिव की ओर से उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन से पहले उप प्रधान/ परीक्षकों को यह निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा संपन्न होने के बाद अब कॉपियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। सचिव की ओर से कॉपियों के मूल्यांकन को लेकर निर्देश दिया गया है कि सभी विषयों में पाठ्यक्रम से बाहर, त्रुटिपूर्ण या कोरोना के कारण के 30 प्रतिशत हटाए गए पाठ्यक्रम से पूछे गए प्रश्नों पर अभ्यर्थियों को पूरे अंक दिए जाएं। इन प्रश्नों की सूची उपनियंत्रक, सभी विषयों के उप प्रधान परीक्षकों, परीक्षकों को भेज दी गई है, ताकि कॉपियों के मूल्यांकन के दौरान कोई चूक न हो।
हिंदी के प्रश्नपत्रों में त्रुटियों की भरमार
यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट हिंदी विषय में प्रश्न पत्र संख्या 301 डीएल में प्रश्न संख्या 2 घ त्रुटिपूर्ण था। इस प्रश्न के उत्तर में दिए गए चार विकल्प में दो सही थे, जबकि चार विकल्पों में एक विकल्प सही होना चाहिए था। इसी तरह सामान्य हिंदी के प्रश्न पत्र संख्या 302 डीपी में प्रश्न संख्या 1घ में दिए चार विकल्पों में एक की बजाय तीन विकल्प सही थे। इसी प्रश्न पत्र में प्रश्न संख्या छह ध्रुवयात्रा कहानी के स्थान पर ध्रुव तारा कहानी मुद्रित हो गया।
संस्कृत में पाठ्यक्रम से बाहर पूछे गए सवाल
संस्कृत के प्रश्न पत्र संख्या 303 डीडब्ल्यू में प्रश्न संख्या एक, प्रश्न संख्या 17 ख, 18 क 1 आदि निर्धारित पाठ्यक्रम से बाहर के थे। ऐसे में इन प्रश्नों पर सभी को अंक मिलेंगे। नागरिक शास्त्र के प्रश्न पत्र संख्या 323 एफ सी में प्रश्न संख्या 4, 7, 16, 25 आदि सवाल कोविड 19 के कारण 30 प्रतिशत हटाए गए पाठ्यक्रम से ले लिए गए थे। इसी तरह अन्य विषयों के त्रुटिपूर्ण तथा पाठ्यक्रम से बाहर पूछे गए प्रश्नों की सूची परीक्षकों को दी गई है