वाह-रे-शिक्षा विभाग… बेसिक शिक्षा विभाग के खेल निराले हैं। नहटौर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर में छात्र संख्या शून्य है और प्रतिमाह अध्यापकों के वेतन पर करीब 1 लाख 73 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं। इस शिक्षा के मंदिर में छात्र हो या न हो लेकिन अध्यापक 3 तैनात हैं।
जिला मुख्यालय पर जहां प्राथमिक विद्यालय अध्यापकों को किश्तों में लगाकर चलाए जाते हैं, वहीं जिले में ऐसे विद्यालय भी हैं जो अलग पहचान रखते हैं। जी हां नहटौर ब्लाक में प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर एक ऐसा विद्यालय है जहां पढ़ने आने के नाम पर इस समय एक भी छात्र नहीं और विभागीय अधिकारियों ने एक प्रधानाध्यापिका और दो सहायक अध्यापक सहित कुल तीन अध्यापक तैनात किए हैं। इन अध्यापकों के वेतन पर दस बीस हजार रुपये नहीं प्रतिमाह करीब 1 लाख 73 हजार रुपये खर्च होते हैं। सीधे सरकार के पैसे की बर्बादी हो रही है। जबकि इस विद्यालय में एक अध्यापक लगाकर भी काम चलाया जा सकता है। अन्य अध्यापकों को जरूरत वाले विद्यालय में भेजा जा सकता है।
31 मार्च तक थे विद्यालय में 4 छात्र
बतादें कि इस विद्यालय में 31 मार्च 2022 तक 4 बच्चे पंजीकृत थे। दो छात्र कक्षा पांच और दो छात्र कक्षा तीन के थे। विद्यालयों के अध्यापकों के मुताबिक नया शैक्षिक सत्र शुरू होने पर कक्षा पांच के छात्र दूसरे विद्यालय में चले गए और बचे दो छात्र जो उनके ही भाई बहन थे अपने साथ ले गए। पिछले काफी समय से इस विद्यालय में 4 छात्र ही पंजीकृत थे। फिलहाल विद्यालय का स्टाफ स्कूल चलो अभियान में नए छात्रों के दाखिले करने के प्रयास में हैं।
नगर क्षेत्र बिजनौर में 20 अध्यापकों की कमी
जिला मुख्यालय पर नगर क्षेत्र बिजनौर में करीब 14 विद्यालय है। दो विद्यालयों में अध्यापक नहीं हैं और कुछ स्कूलों में एक-एक अध्यापक हैं। करीब 20 अध्यापकों की कमी है।
दाखिलों के लिए गांव में होंगी चौपाल
बीएसए जयकरन यादव बताते हैं कि इस विद्यालय में छात्रों के दाखिले के लिए जल्द ही चौपाल लगेंगी। इसमें अभिभावकों को जागरूक करने के लिए डीएम भी मौजूद रहेंगे। बीएसए ने बताया कि खुद मैं भी गांव में घुमकर छात्रों के विद्यालयों में दाखिलों के लिए प्रयास करूंगा। इस विद्यालय का कायाकल्प का काम भी कराया जा रहा है। कायाकल्प कराकर भी इस विद्यालय की सूरत बदली जाएंगी।
प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए डीएम को यह विद्यालय गोद दिलाया गया है। उम्मीद है कि इसमें अब छात्र संख्या बढे़ंगी। इस विद्यालय के शिक्षक भी छात्रों के दाखिले के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। बहुत जल्द छात्रों की एक बड़ी संख्या होने की उम्मीद है।
-जयकरन यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बिजनौर