कन्नौज ऑनलाइन अवकाश स्वीकृत होने के बाद भी बीएसए ने एक प्रधानाध्यापक को गैरहाजिर करते हुए वेतन रोक दिया। जब वह फरियाद लेकर कार्यालय गई तो उसको जमकर फटकार लगाई।
बीएसए संगीता सिंह ने एक अप्रैल को जारी किए पत्र में कहा है कि बीआरसी सदर क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल जसौली के निरीक्षण में प्रधानाध्यापक श्रद्धा चौहान बिना सूचना के अवकाश पर पाई गई। ऑनलाइन अवकाश नहीं लिया गया। निरीक्षण में 13 प्रकार की पंजिकाएं सही नहीं पाई गई। छात्र- छात्राएं पर जाने के लिए लाइन में लगे थे। बीएसए ने यह भी लिखा है कि बिना अवकाश के विद्यालय से अनुपस्थित रहने के लिए 26 मार्च का वेतन रोका जाता है। साथ ही तीन दिन के अंदर जवाब दिया जाए नोटिस मिलने के बाद बद्धा चौहान बुधवार को बीएसए के पास पहुंची। उन्होंने अपनी पीड़ा बताई तो बीएसए ने कार्यालय में सबके सामने ही जमकर फटकार लगाई। इधर, बीएसए संगीता सिंह का कहना है कि शिक्षिका ने मुझसे कोई अवकाश नहीं लिया है।
ऑनलाइन छुट्टी का आवेदन आने के बाद बीईओ शिवसिंह ने उसे 26 मार्च को सुबह 11 बजकर तीन मिनट पर स्वीकृत कर दिया था। उसकी प्रति भी शिक्षिका ने बीएसए को दिखाई। एडी बेसिक कानपुर मंडल राजेश कुमार शाही का कहना है कि मंडिया के जरिये अवकाश पर शिक्षिका का वेतन काटने को जानकारी हुई है। बीएसए को पत्र लिखा जाएगा। इधर, यूटा जिलाध्यक्ष पंकज सिंह भदौरिया ने आरोप लगाया है कि बीएसए कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है।