जौनपुर।
जिले में संचालित परिषदीय विद्यालयों में अस्सी फीसदी ऐसे स्कूल है जहां के बच्चे आज भी जमीन पर बोरा व टाट बिछाकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। तमाम प्रयास के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग उन्हें डेस्क व बेंच मुहैया करने में नाकाम है। बच्चे कड़ाके की सर्दी में गल रही फर्श पर व भीषण गर्मी में तप रही प्लास्टर हुए फर्श पर बोरा व टाट बिछाकर बैठते हैं।
पिछले छह माह से बीएसए आफिस से यही बताया जा रहा है कि टेंडर हो गया है। शीघ्र डेस्क बेंच स्कूल में पहुंच जाएगा। देखा जाय तो मौजूदा समय में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से उपर है। ऐसे में किस तरह से बच्चे बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे होगें, यह बताने की जरुरत नहीं है। हिन्दुस्तान ने सोमवार को जिले भर के प्राथमिक विद्यालयों में कुछ में पड़ताल की। तो पाया कि कुछ बच्चे घर से बोरा लेकर आते है तो कुछ स्कूल में हरी वाली मैट बिछाकर शिक्षक शिक्षा प्रदान कर रहे है। मालूम हो कि जिले में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 1911 है। जिसमें करीब 2 लाख 38 हजार 912 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन बच्चों को अब तक विभाग न तो किताब मुहैया करा पाया और न ही डेस्क बेंच।