बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई है। यह बीपीएससी की 67वीं परीक्षा का पेपर पहली बार ही लीक हुआ हो, लेकिन यूपी से लेकर राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक आदि के भी कई पेपर लीक हो चुके हैं। पेपर लीक होने के कारण एक तरफ जहां परीक्षा करानी वाली एजेंसी या बोर्ड को काफी नुकसान तो होता ही है, साथ अभ्यार्थियों का करियर भी दांव पर लग जाता है। एक तरफ फीस भरने से लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचने तक उन पर आर्थिक भार पड़ता है, वहीं मानसिक तैर पर भी उन्हें परेशानी होती है, साथ ही समय और तैयारी का भी नुकसान उन्हें झेलना पड़ता है, वहीं अगर उम्र सीमा समाप्त हो रही हो, तो ऐसे उम्मीदवारों के लिए और भी अधिक परेशानी बढ़ जाती है। एक तरह से भर्ती का पूरा कैलेंडर ही गड़बड़ा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े होते हैं। आइए जानते हैं हाल ही में कौन से मुख्य परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं:
BPSC 67th exam
बीपीएससी परीक्षा 67वीं संयुक्त परीक्षा का पेपर सुबह 11 बजे सोशल मीडिया पर लीक हो गया। इसके आधे घंटे बाद जैसे ही अधिकारियों को जानकारी मिली, तो उन्होंने जांच के आदेश दे दिए। इसके बाद तीन घंटे के बाद पेपर लीक हो गया । शाम साढ़े सात बजे बीपीएससी ने परीक्षा को रद्द करने का आदेश जारी कर दिया। तीन घंटे की जांच में ही प्रश्नपत्र वायरल को सही पाया गया। इस परीक्षा से पांच लाख उम्मीदवारों का भविष्य अधर में लटका है। राज्यभर में इस परीक्षा के लिए 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। एक अनुमान के मुताबिक इस परीक्षा के रद्द होने से आयोग को 10 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
UPPRPB यूपी पुलिस दरोगा भर्ती 2020-21
यूपी पुलिस दरोगा भर्ती 2020-21 की मुख्य परीक्षा हो चुकी है। पास हुए अभ्यर्थियों का 25 से 28 अप्रैल तक शारीरिक परीक्षण और कागजातों का सत्यापन पुलिस लाइन में चल रहा था। इस दौरान अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक जांच की जाती है। इसमें फिंगर प्रिंट का मिलान किया जा रहा है। इसमें अलीगढ़ के सर्वेश की बायोमेट्रिक जांच हुई तो मिलान नहीं हुआ। वैज्ञानिक अधिकारी विकास प्रजापति ने सर्वेश का दो बार फिंगरप्रिंट का मिलान किया लेकिन वह मैच नहीं हुआ। इसके बाद फोटो का मिलान किया गया। इसमें भी गड़बड़ी मिली। भर्ती बोर्ड से जुड़े पुलिसकर्मियों ने पूछताछ की तो पता चला कि लखनऊ में उसने मुख्य परीक्षा दी थी। परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी और सर्वेश के फोटो में भी अंतर था। पुलिस ने फर्जीवाड़े की जांच शुरू की। दरोगा अमित कुमार ने सर्वेश कुमार के खिलाफ फर्जीवाड़ा में कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने सर्वेश कुमार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। पुलिस को शक है कि लखनऊ स्थित परीक्षा केंद्र पर उसकी मदद किसी सॉल्वर ने की थी। कर्नलगंज पुलिस ने बताया कि कॉल डिटेल से छानबीन करके फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग पर कार्रवाई की जाएगी। इस केस में सर्वेश की जगह परीक्षा देने वाले को भी पकड़ा जाएगा। इससे पहले प्रयागराज में कई सॉल्वर गैंग पकड़े जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी )पेपर लीक होने के कारण नवंबर में निरस्त कर दी गई थी। एसटीएफ इस मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि दोनों पालियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई थी। इस परीक्षा में करीब 21 लाख उम्मीदवार बैठे थे। परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गया था, जिसके बाद पेपर को रद्द कर दिया गया। एसटीएफ की एक टीम इस मामले में साल्वर और अन्य आरोपियों को शरण दिलाने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसा। इसको लेकर कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुईं। सी तरह सीटीईटी का पेपर भी एक परीक्षा केंद्र पर रद्द किया गया था।
REET exam 2021: राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) पेपर भी लीक हो गया था। प्रशासन की कड़ी व्यवस्था के बाद भी पेपर से पहले पेपर लीक हो गया। रीट के कथित लीक करने के मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड को केदारनाथ से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी । प्राथमिक रूप से की गई जांच में ये बात सामने आई थी कि आरोपी ने साढ़े 8 लाख रुपये में पेपर का सौदा तय किया था। परीक्षा के 15 दिन बाद हुई इस गिरफ्तारी के लिए राजस्थान की एसओजी पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।
अगस्त 2021 में PET परीक्षा का पेपर हुआ था लीक
UPSSSC की ओर से कराई जा रही PET की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। पूरे प्रदेश के 75 जिलों में 70,000 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा कराई जा रही थी। लेकिन परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट होने के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए।
अगस्त 2021 UPBEd JEE पेपर लीक
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में 6 अगस्त 2021 को संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 की परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा के की पहली शिफ्ट का पेपर होने के बाद चर्चा तेज हुई कि परीक्षाका पेपर लीक हो गया है। कुछ वॉट्सऐप ग्रुप पर पेपर वायरल होने लगा। हालांकि सरकार ने जांच कराई तो यह पेपर लीक का मामला फर्जी मिला।
हिमाचल प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। यह बात कागजों के सत्यापन में सामने आई। दरअसल पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में छह से आठ लाख रुपये देकर पास हुए युवक चार मई को धर्मशाला में दस्तावेजों की जांच के लिए पहुंचे थे। फर्जीवाड़ा कर हिमाचल प्रदेश पुलिस में ऐसे युवक भर्ती होने जा रहे थे, जो कांगड़ा के मंत्रियों का नाम तक नहीं जानते थे। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपी मुख्यमंत्री तक का नाम नहीं जानते थे। पुलिस ने जब उनसे कांगड़ा जिले के तीन मंत्रियों के नाम पूछे तो जवाब में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कांगड़ा जिले का मंत्री बताया।
आपको बता दें कि इसके अलावा हरियाणा में पुलिस कांस्टेबल पेपर, मध्य प्रदेश में एसडीओ, आरएईओ व नर्स भर्ती परीक्षा, यूपीपीसीएल भर्ती, यूपी लोअर सब-ऑर्डिनेट परीक्षा, ग्राम विकास अधिकारी, केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित यूजीसी नेट 2021, नीट परीक्षा, एसएससी सीजीएल भर्ती, थल सेना में जनरल ड्यूटी भर्ती आदि की परीक्षाओं में पेपर लीक हुए एवं तमाम परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं।