प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के लिए 68500 शिक्षक भर्ती चार साल में भी उलझी हुई है। नियुक्ति पत्र के साथ सीट आवंटन की पहली सूची में हाई मेरिट होने के बावजूद शिक्षकों को दूर का जिला आवंटित हो गया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर विभाग ने कम मेरिट वालों की जो दूसरी सूची जारी की, उसमें सभी को गृह जिला या
आसपास का जिला मिल गया। दूर जिला पाए शिक्षक अधिक मेरिट होने के कारण गृह या नजदीक के जिले में तैनाती की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को विकल्प भरने के साथ बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर प्रत्यावेदन दिया। इसके पहले कोर्ट के आदेश पर तीन जिलों का विकल्प भराते हुए जब प्रत्यावेदन लिया गया था, तब यह विज्ञापित नहीं किया गया था कि किस जिले में कितने पद हैं। ऐसे में शिक्षकों ने गृह जनपद सहित आसपास के दो और जिलों का विकल्प दिया। तीन दिन पहले बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने जिला आवंटन सूची जारी की तो कई शिक्षक जहां थे वहीं रह गए। पता चला कि प्रदेश के तीस जिलों में सामान्य श्रेणी में पद रिक्त नहीं हैं। प्रत्यावेदन देने पहुंचे शिक्षकों का कहना है कि प्रत्यावेदन लेते समय स्पष्ट किया जाना चाहिए था कि तीस जिलों में पद रिक्त नहीं है। ऐसी स्थिति में रिक्त पदों वाले नजदीकी जिले का विकल्प दिया जाता। शुक्रवार को कई शिक्षकों ने नए सिरे से तीन जिलों के विकल्प में कोई एक जिला आवंटित किए जाने के लिए प्रत्यावेदन दिया। आरक्षित श्रेणी के शिक्षकों ने भी प्रत्यावेदन दिया है।
68500 पदों पर शिक्षक भर्ती में दूसरी सूची से खड़ी हुई विसंगति l अधिक मेरिट के बावजूद दूर के जिलों में है तैनाती, दिया प्रत्यावेदन