बागपत
ब्लॉक क्षेत्र में प्राइवेट स्कूलों की शनिवार से जांच शुरू हो गई। 5 टीमों ने खेकड़ा और रटौल कस्बा सहित कई गांवों में स्कूलों की जांच की। जिससे स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया। बगैर मान्यता वाले स्कूल संचालक तो स्कूलों पर ताला डालकर फरार हो गए। खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जांच 17 बिंदुओं पर की जा रही है।
दो दिन पहले पिलाना ब्लाक के चमरावल गांव के पब्लिक स्कूल में कक्षा एक के छात्र आयुष को बस ने कुचल दिया था। मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। डीएम ने इस घटना के बाद जिले के सभी पब्लिक स्कूलों की जांच किए जाने के आदेश दिए थे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीमें भी गठित की थी। खेकड़ा ब्लाक क्षेत्र में 5 टीमें बनाई गई है। इन टीमों ने शनिवार को खेकड़ा, रटौल, बसी, सुन्हैडा आदि गांवों में पब्लिक स्कूलों की जांच की। टीमों ने 17 बिंदुओं पर जांच की। इनमें स्कूल की मान्यता है या नहींहै, मान्यता है तो किस क्लास तक की स्कूल में मान्यता के अनुसार ही कक्षा चल रही है या नहीं, कक्षाओं में उपस्थिति पंजिका के मुताबिक ही छात्र-छात्राएं उपस्थित है या नहीं, स्कूल में मान्यता का बोर्ड लगा है या नहीं, स्कूल कितने संचालित वाहन है, उनकी स्थिति क्या है, उनके चालकों के पास लाइसेंस है या नहीं, स्कूल के भवनों की स्थिति क्या है, वे जर्जर तो नहीं, उनमें अग्निशमन यंत्र चालू है या नहीं, प्रबंधक और प्रधानाचार्य द्वारा छात्र-छात्राओं सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं। खंड शिक्षा अधिकारी की टीम ने खेकड़ा में जांच की है। जांच शुरू होतेही पब्लिक स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है। आधा दर्जन से अधिक स्कूल संचालक स्कूलोंपर ताला डालकर फरार भी हो गए। खंड शिक्षा अधिकारी प्रियंका शर्मा का कहना है कि संभवत वह बगैर मान्यता के चल रहे हैं। उनके संचालकों को रिकॉर्ड की जांच कराने के निर्देश दिए जाएंगे। यदि वह बगैर मान्यता के चलते पाए गए तो उनके संचालकों और प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।