लखनऊ। सरकार अगले पांच वर्षों में प्राइमरी स्कूलों में हर कक्षा के लिए न्यूनतम एक क्लास रूम स्थापित करेगी। अभी तक विद्यालयों में दो से लेकर तीन क्लास रूम ही होतें हैं। उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में यह संख्या थोड़ी अधिक होती है। ज्यादातर प्राथमिक विद्यालयों में उपलब्ध एक या दो कमरों में ही सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को बैठाने की मजबूरी होती है। प्रतिकूल और खराब मौसम में तो खुले में कक्षाएं भी संभव नही होती हैं। ऐसे में पढ़ाई बाधित होती है। सभी कक्षाओं के लिए अलग अलग कमरों की व्यवस्था के बाद पठन-पाठन की सुविधा में व्यापक सुधार आएगा।
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