महराजगंज। परिषदीय विद्यालयों में नवीन नामांकन की स्थिति का ठीक न होना निराशाजनक है। लक्ष्य के सापेक्ष नामांकन को सुधारने के लिए तीन दिन में पहल की जाए। उसके बाद नामांकन में फिसड्डी प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक कर प्रगति को सुधारने पर जोर दिया जाए।
यह निर्देश जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने सोमवार देर शाम को कलेक्ट्रेट सभागार मेें बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में दिया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पांचवें व छठें वर्ष में प्रवेश करने वाले बच्चों का सत्यापन कराया जाए। जिन बच्चों की उम्र में अंतर पाया जाए, उनका नामांकन प्राथमिक विद्यालय में करा दिया जाए। एमडीएम में बच्चों को दूध न दिए जाने पर कंवर्जन कास्ट पर रोक लगा दी जाए। कोविड काल में विद्यार्थियों के खाते में स्थानांतरित हुए कंवर्जन कास्ट का भी पता लगाया जाए। स्थानांतरित न होने वाली धनराशि को शासन को वापस करने का कार्य किया जाए। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के आवास निर्माण की धीमी प्रगति पर पर नाराजगी जताते हुए जिला समन्वयक को हिदायत देेेते हुए कहा कि कार्य के समय से पूरा न होने पर जवाबदेही तय करते हुए वेतन से क्षतिपूर्ति की वसूली की जाएगी। उन्होंने विद्यालयों में प्रेरणा तालिका बनाए जाने पर जोर दिया। इस दौरान बीएसए रवींद्र सिंह, सभी खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक एमडीएम शैलेंद्र वर्मा, निर्माण वीरेंद्र सिंह, सामुदायिक शिक्षा अनुपम कुमार व बालिका आरपी सिंह के साथ ही दिनेश मिश्रा आदि मौजूद थे।