कन्नौज : शिक्षक ने मर्यादा की सीमाएं लांघकर फेसबुक पर अपनी नियोक्ता अधिकारी बीएसए के लिए अश्लील टिप्पणी लिख दी। उसने इंटरनेट मीडिया पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। बीएसए ने इसे स्वतः संज्ञान में लेकर शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और इसकी विभागीय जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को आदेश दिया है। उन्होंने एक पत्र पुलिस अधीक्षक को भी भेजा है, जिसमें सोशल मीडिया सेल के माध्यम से कार्रवाई करने की बात लिखी है।
सोमवार को हसेरन ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय जमुनियापुर के सहायक अध्यापक विनय राजपूत ने फेसबुक पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते एक पोस्ट डाली। जिस पर कई शिक्षकों ने कमेंट भी किए हैं। पोस्ट में बीएसए के लिए अश्लील शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद बीएसए ने स्वतः संज्ञान में लेकर शिक्षक विनय राजपूत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उन्होंने इस मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय डा. अविनाश दीक्षित को सौंपी है। साथ ही शिक्षक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा को भी पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि पुलिस की सोशल मीडिया सेल के माध्यम भी जांच कराई जाएगी तथा उसके सोशल नेटवर्किंग साइट्स से डिलीट हो चुकी पोस्ट की भी जानकारी कराई जाएगी.
बीएसए ने बताया कि फेसबुकिया शिक्षकों पर नजर रखी जा रही है। सभी पोस्ट के स्क्रीनशाट ले लिए गए हैं, जल्द ही उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बीएसए के पक्ष में उतरा महिला शिक्षक संघ
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ अश्लील टिप्पणी से महिला शिक्षक आहत हैं। महिला प्राथमिक शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष गुंजन भदौरिया ने बताया कि बीएसए एक अधिकारी से पहले महिला हैं। जो शिक्षक एक महिला का सम्मान नहीं कर सकता है, उसे शिक्षक कहने का अधिकार ही नहीं है। वह बीएसए के साथ खड़ी हैं। वह इस मामले को लेकर महिला आयोग तक जाएंगीं । ऐसे शिक्षक को सीधे बर्खास्त कर देना चाहिए। वहीं, कन्नौज ब्लाक अध्यक्ष शैली मिश्रा, स्नेहलता द्विवेदी व रंजना सिंह ने शिक्षक विनय राजपूत की कड़ी निंदा करते हुए शिक्षक पर शिक्षक आचरण नियमावली के तहत कठोर कार्रवाई की मांग की