उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में बेसिक शिक्षा विभाग के बिल बाबू को एंटी करप्शन की टीम ने सहायक शिक्षक से घूस लेते दबोच लिया। एरियर भुगतान के लिए वह शिक्षक से 12 हजार रुपये ले रहा था। टीम ने उसके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
बेसिक शिक्षा विभाग के हसवां ब्लाक के बिल बाबू जितेन्द्र श्रीवास्तव के पास हथगाम ब्लाक का अतिरिक्त चार्ज था। वह ब्लाक मुख्यालय न जाकर पूर्व में संचालित जिला पंचायत कार्यालय स्थित डीआई कार्यालय में बैठकर काम कर रहा था। हथगाम ब्लाक के नौबस्ता प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक शिक्षक देवेन्द्र कुमार अपने 2.68 लाख रुपये के एरियर भुगतान को नवम्बर 2021 से दौड़ लगा रहे थे। बिल बाबू जितेन्द्र श्रीवास्तव ने उनसे 14 हजार रुपये की मांग की। बाद में पूरा मामला 12 हजार रुपये में तय हो गया। अपने पैसों के लिए घूस देना शिक्षक को नागवार लगा तो 20 मई को एंटी करप्शन विभाग, बनारस को इसकी सूचना दे दी।
मंगलवार को वह जिला पंचायत कार्यालय 12 हजार रुपये लेकर बिल बाबू के पास पहुंचे। योजना के तहत टीम के लोग आसपास मौजूद थे, बाबू के जेब में रुपये रखते ही टीम ने उसे दबोच लिया। टीम प्रभारी आरके सिंह ने बताया कि आरोपित पर पूरी नजर थी, जिससे उसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया। कोतवाली प्रभारी आनंद प्रकाश शुक्ला ने बताया कि बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अदालत में पेश किया जाएगा।