क्रेट 2021 के लिए आवेदन प्रारंभ है। आवेदन की अंतिम तिथि 16 मई 2022 तक तय की गई है। 41 विषयों के सापेक्ष 614 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इनमें 227 सीट विश्वविद्यालय एवं 387 सीट कॉलेजों में हैं। सर्वाधिक रसायन विज्ञान में 62 सीटें हैं। वहीं, उर्दू, फारसी, एग्रीकल्चर बॉटनी, रूरल टेक्नोलॉजी में शून्य सीटें हैं। क्रेट के जरिए इविवि, सीएमपी, एडीसी, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज, जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, एसएस खन्ना, आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय कॉलेज, ईसीसी में पीएचडी में प्रवेश दिया जाएगा।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय क्रेट सत्र 2022-23 के लिए यूजीसी द्वारा पीएचडी में प्रवेश के लिए जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही नेट एवं जेआरएफ उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। डॉ. जया कपूर, पीआरओ, इविवि।
प्रयागराज। अब सामान्य छात्रों के लिए शोध की राह आसान नहीं होगी। शैक्षिक सत्र 2022-23 में पीएचडी के लिए रिक्त सीटों के 60 फीसदी पर राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) या जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए पीएचडी की 60 फीसदी सीटों को आरक्षित रखा जाएगा। वहीं, 40 प्रतिशत सीटें संयुक्त प्रवेश परीक्षा (क्रेट) आयोजित कर भरी जाएंगी। इस बाबत यूजीसी ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने तैयारी शुरू कर दी है।
वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शैक्षिक सत्र क्रेट 2021 के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू है। इस सत्र में पूर्व के भांति ही पीएचडी में दाखिला लिया जाएगा। इविवि एवं कॉलेजों में क्रेट 2022-23 में यूजीसी के निर्देशानुसार प्रवेश लिया जाएगा। इसमें 60 फीसदी सीटों पर नेट-जेआरएफ उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। जबकि 40 प्रतिशत सीटों पर क्रेट के तहत दाखिला दिया जाएगा।
अभी नेट-जेआरएफ को देनी होगी परीक्षा : इविवि में शैक्षिक सत्र 2021 के लिए पीएचडी में दाखिले के लिए नेट-जेआरएफ अभ्यर्थियों को भी क्रेट यानी लेवल वन में शामिल होना होगा। लेवल-टू यानी साक्षात्कार में नेट को तीन और जेआरएफ अभ्यर्थियों को पांच अंक अतिरिक्त (वेटेज) प्रदान किए जाएंगे।
● यूजीसी ने नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों को भेजा प्रस्ताव
● शेष बची 40 प्रतिशत सीटों पर क्रेट के तहत होगा दाखिला