सुलतानपुर: जिले में बिना मान्यता के संचालित हो रहे विद्यालयों पर छापेमारी की कार्रवाई से हड़कंप मचा है। अब तक करीब 30 विद्यालय संचालकों को नोटिस थमाई जा चुकी है। कई प्रबंधक कार्रवाई के डर से विद्यालय बंद कर विभाग की परिक्रमा शुरू कर दिए हैं।
जिले में बिना मान्यता के धड़ल्ले से विद्यालय संचालित हो रहे थे, लेकिन एक भी स्कूल विभाग की सूची में नहीं थे। शासन सख्त हुआ तो अमान्य विद्यालयों की संख्या एक-दो नहीं दर्जनों में मिलने लगी। शिक्षा निदेशक का पत्र मिलते ही बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को अभियान चलाने का फरमान सुना दिया। लम्भुआ, पीपी कमैचा, करौंदीकला, कादीपुर, दोस्तपुर, कुड़वार, बल्दीराय में कई विद्यालय बिना मान्यता के संचालित होते मिले हैं। ऐसे विद्यालयों के संचालकों को नोटिस थमाई गई है। स्कूल बंद कर नजदीकी सरकारी स्कूल में बच्चों का प्रवेश कराकर सूचना देने को कहा गया है। डर तो इस तरह का है कि कार्रवाई के डर से कई विद्यालय संचालक बच्चों की छुट्टी कर दिए हैं। अभियान मंद पड़ने के बाद फिर से संचालन शुरू किया जाएगा। कुछ विद्यालय दूसरे निजी स्कूलों में अपने बच्चों का प्रवेश कराकर सौदेबाजी कर रहे हैं।
मान्यता कोचिंग की, चला रहे स्कूल
ग्रामीणांचल में कुछ लोग कोचिग का पंजीयन कराकर विद्यालय का संचालन कर रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तीन साल के लिए कोचिग का पंजीयन हो जाता है। इसके बाद बच्चों को पढ़ाने की छूट मिल जाती है। खंड शिक्षाधिकारी मनोजीत राव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कोचिग संस्थान के नाम पर छोटे बच्चों के स्कूल चलाया जाता मिला है। उन्हें भी नोटिस दी गई है।
वर्जन
अमान्य विद्यालयों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। अपने पाल्यों को मान्यता प्राप्त स्कूलों में ही पढ़ाने के लिए अभिभावकों को भी जागरूक होना होगा।
-दीवान सिंह, बीएसए