सीतापुर : शासन Government और बेसिक शिक्षा विभाग Basic shiksha vibhag की सख्ती के बावजूद शिक्षकों teachers में सुधार होता नहीं दिख रहा है। शिक्षक मनमानी करते हुए शासन की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। नामांकन में लापरवाही पर बेसिक शिक्षा अधिकारी BSA ने 400 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया है।
शासन की मंशा है कि कोई भी बच्चा शिक्षा के मूल अधिकार से वंचित न रह जाए। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग Basic shiksha vibhag की ओर से नामांकन प्रक्रिया पर जोर दिया जा रहा है। शिक्षकों teachers को डोर-टू-डोर पहुंचकर विद्यालयों में बच्चों को लाकर नाम लिखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद शिक्षक Teacher इस महत्वपूर्ण कार्य पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
लापरवाही और मनमानी करके सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। शिक्षकों teachers की इस लापरवाह कार्यशैली से बेसिक शिक्षा basic shiksha महकमा हलकान है। अब महकमे ने विद्यालयवार नामांकन का डाटा कलेक्ट करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को जिले के परसेंडी, ऐलिया, रेउसा व गोंदलामऊ ब्लॉक के परिषदीय विद्यालयों का डाटा बेसिक शिक्षा अधिकारी BSA ने देखा। इन ब्लॉकों के चार सौ विद्यालयों की प्रगति संतोषजनक नहीं मिली। इसके चलते संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के वेतन पर रोक लगा दी गई। बता दें कि जिले में 19 ब्लॉक हैं और करीब तीन हजार से अधिक विद्यालय vidyalaya हैं। अभी तक लक्ष्य के सापेक्ष नामांकन प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकी है। अधिकांश ब्लॉकों की रिपोर्ट बीएसए BSA कार्यालय को नहीं मिली है। रिपोर्ट Report मिलने पर अन्य शिक्षकों teachers पर गाज गिरने की संभावना है।
primary ka master, primary ka master current news, primarykamaster, basic siksha news, basic shiksha news, upbasiceduparishad, uptet