पुलिस भर्ती परीक्षा में नकल के आरोपित परीक्षार्थी ने आश्चर्यजननक रूप से 20 मिनट में 140 सवालों के जवाब दे दिए। परीक्षा ऑनलाइन थी और स्टूडेंट बिहेवियर का ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम भी एक्टिवेटेड था। जिसके जरिए नोडल अधिकारी ने उसे ट्रैक कर लिया। वह लिखित परीक्षा पास करने के बाद कानपुर पुलिस लाइन में पीएसटी (पेपर वेरीफिकेशन, हाइट एंड चेस्ट) की परीक्षा देने आया था। उसी दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया।
कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया गया। पुलिस ने केंद्र संचालक समेत चार और के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। आशंका है कि संचालक की मदद के बगैर नकल करना मुमकिन नहीं था। पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा नागरिक पुलिस एवं समकक्ष पदों पर भर्ती की लिखित ऑनलाइन परीक्षा 12 नवम्बर से 2 दिसम्बर 2021 को हुई थी। इसी परीक्षा में कटरा बाजार ललितपुर निवासी सुरजीत सिंह ने 17 नवम्बर 2011 को परीक्षा में हिस्सा लिया था। सेंटर कृष्णा इनफोटेक आगरा में पड़ा था। परीक्षा के नोडल अधिकारी सीओ रविन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया दो घंटे में 160 सवाल हल करने थे। सीओ के मुताबिक स्टूडेंट बिहेवियर का सॉफ्टवेयर पोर्टल में एक्टिव था। चेक किया तब पता चला 1:40 घंटे में सुरजीत ने 20 सवाल हल किए थे, आखिरी के 20 मिनट में 140 सवालों के जवाब दे दिए। वह सभी सही थे।
दस और लोगों के नाम बताए
सीओ की तहरीर पर कानपुर कोतवाली पुलिस ने षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी व उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की। इस मामले में सुरजीत को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं कृष्णा इनफोटेक के मालिक महेश चन्द्र, रजीव सिंह विवेक और रामकुमार को नामजद किया गया है। उनकी तलाश में पुलिस की एक टीम आगरा भेजी गई है।
प्रतिनिधि ने फोन कर दी थी जानकारी
सीओ ने बताया कि सुरजीत से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि परीक्षा केंद्र के संचालक के प्रतिनिधि रामकुमार ने फोन करके मदद का भरोसा दिलाया था। जब उसके नंबर को ट्रूकॉलर पर डालकर देखा गया तो आरपी सागर नाम दिखाई दिया। रामकुमार ने सुरजीत को बताया कि परीक्षा केंद्र में छपरा निवासी विवेक व्हाट्स एप पर जवाब देकर सुरजीत की मदद करेगा। परीक्षा के बाद रामकुमार ने फिर से सुरजीत से संपर्क कर उसे बताया कि फिजिकल एग्जाम में भी मदद करेगा।
मामले की एफआईआर कानपुर कोतवाली में दर्ज हुई थी। इस घटना में विवेचना जारी है। कुछ और लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। जल्द ही मामले में और बड़ा खुलासा किया जाएगा। अशोक कुमार सिंह, एसीपी कोतवाली