हम नहीं ले सकते प्रवेश
बेनाझाबर में रहने वाले गुरुवचन सिंह बेटे का प्रवेश कराने दि मॉडल हायर सेकेंड्री स्कूल गए थे। बीएसए से लिखित शिकायत में उन्होंने कहा कि स्कूल ने यह कहते हुए प्रवेश लेने से इनकार कर दिया कि दो साल से सरकार से आरटीई में प्रवेश की फीस नहीं मिली है। ऐसे में विद्यालय किसी भी छात्र को प्रवेश देने में असमर्थ हैं। स्कूल को बीएसए की ओर से भेजी गई लिस्ट लौटाने पर पहले ही नोटिस दिया जा चुका है।
रिजल्ट थमा लौटा दिया
सीआरसी प्रेमनगर में शिकायत लेकर गईं नूरबानो ने बताया कि उनकी बेटी का अलीगढ़ पब्लिक स्कूल में सत्र 2021-22 में प्रवेश हुआ था। वर्तमान सत्र में बच्चे का प्रवेश लेने से मना कर दिया गया है। फीस मांगी जा रही है। अप्रैल से शिकायत कर रहे हैं लेकिन प्रवेश नहीं दिया गया। इस स्कूल को भी नोटिस मिल चुका है।
कानपुर, आरटीई के तहत ऐसे स्कूल भी बच्चों को प्रवेश के लिए आवंटित कर दिए गए हैं जहां ताला लटका है। मंगलवार को अभिभावक जब यहां बच्चों का प्रवेश कराने गए तो खुलासा हुआ।
स्कूल बंद होने की स्थिति में विभाग ने इन्हें विकल्प देने से भी इनकार कर दिया है। आरटीई के तहत अभी पहले चरण के प्रवेश भी पूरे नहीं हो पाए हैं। दाखिला सुनिश्चित कराने के लिए हर स्कूल में एक एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (शिक्षक) तैनात किया गया है। सभी एसीएम को प्रवेश के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
तबस्सुम की बेटी का प्रवेश अल फलाह, चमनगंज में हुआ है। इस स्कूल में 20 अन्य बच्चों का भी आवंटन किया गया है। तबस्सुम ने स्कूल तलाशा लेकिन नहीं मिला। पता चला कि चमनगंज में जो स्कूल था वह बंद हो चुका है। इसी नाम से एक स्कूल दलेलपुरवा में है, यहां बच्चों के अलग से आवंटन हुए हैं। अब तबस्सुम भटकने को मजबूर है। इसी तरह अभिभावकों ने सीआरसी प्रेमनगर आकर जानकारी दी कि जवाहर नगर में किड्स प्री और आरके नगर में एसएस पब्लिक स्कूल तलाशे नहीं मिल रहे हैं। क्षेत्र के लोग बता रहे हैं कि यह स्कूल बंद हैं। बच्चों को कहीं और समायोजित करा दिया जाए।
आरटीई के तहत अभी पहले चरण के प्रवेश भी पूरे नहीं हो पाए हैं।