मेरठ, उत्तर प्रदेश दारोगा एवं उनके समकक्ष पदों पर भर्ती में एक के बाद एक पर्दाफाश हो रहा है। भर्ती बोर्ड के आदेश पर पुलिस ने शनिवार को दो और अभ्यर्थियों को दबोच लिया। दोनों अभ्यर्थी अपने प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराने के लिए आए थे।
यह है मामला
उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के एएसपी हफीजुर रहमान की तरफ से सिविल लाइंस थाने में विकास जादौन निवासी ग्राम टटारपुर पोस्ट गंगापुर हाथरस, सुरेश कुमार निवासी ग्राम-नंगला मंधार पोस्ट कुरसंधा हाथरस, दीपक कुमार निवासी ग्राम-बिसावर हाथरस और योगेश कुमार निवासी ग्राम बिचपुरी पोस्ट मुरसान हाथरस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि अनुचित साधन का प्रयोग कर परीक्षा पास की है। पुलिस ने शनिवार को भारतेंदु लवानिया प्रबंधक परीक्षा केन्द्र एसडब्ल्यू इन्फोटेक आगरा और महेश चंद्रा प्रबंधक परीक्षा केंद्र कृष्णा इन्फोटेक आगरा को भी मुकदमे में आरोपित बनाया है। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि परीक्षा केंद्र के प्रबंधकों ने ग्वालियर और देहरादून की हिंदुस्तान इंफोटेक कंपनी के साथ मिलकर पेपर को हैक कराया था। इसके तहत अभ्यर्थियों का पेपर हल किया गया। शनिवार को भी पुलिस ने भर्ती बोर्ड के आदेश पर दो और अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डेढ़ घंटे में छह सवाल और आधे घंटे में 154…इस तरह पकड़ेे गए आरोपित
दारोगा भर्ती आनलाइन परीक्षा के दौरान भर्ती बोर्ड की तरफ से सर्विलांस का प्रयोग कराया गया था। आनलाइन प्रश्न पत्रों की जांच में नया पर्दाफाश हुआ है। जिन अभ्यर्थियों को पकड़ा गया, उनकी आनलाइन परीक्षा में आधे घंटे में सभी प्रश्नपत्र साल्व किए गए हैं। जांच में आया कि पहले तीन मिनट में दो सवाल, दूसरे तीस मिनट में भी दो सवाल और तीसरे तीन मिनट में भी दो सवालों का जवाब दिया गया। यानि डेढ़ घंटे में छह सवाल किए गए हैं। उसके बाद अंतिम तीस मिनट में पूरा पेपर हल कर दिया था। यानि पेपर के 154 सवालों को हल किया गया। पड़ताल में सामने आया कि पहले डेढ़ घंटे में अभ्यर्थी छह सवालों के जवाब दे पाया है। वह अंत में 154 सवालों के जवाब कैसे दे पाएंगा। बता दें कि पुलिस भर्ती के आनलाइन प्रश्नपत्र में 160 सवालों के लिए दो घंटे का समय दिया गया था। पुलिस की जांच में सामने आया कि अंतिम तीस मिनट में कंप्यूटर को हैक कर सभी सवालों के जवाब दिए गए हैं। पुलिस ने सभी छात्रों से आनलाइन परीक्षा के जवाब पूछे हैं, जो चार से पांच सवालों के जवाब दे पाए।
हिंदुस्तान इंफोटेक कंपनी ने ठेके पर कराए प्रश्नपत्र
हिंदुस्तान इंफोटेक कंपनी का ग्वालियर और देहरादून में आफिस है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि कंपनी ने पुलिस भर्ती में अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण कराने के लिए दस से बीस लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी से वसूले हैं। कंपनी के एक्सपर्ट ने परीक्षा केंद्रों के प्रभारी से संपर्क कर पहले से ही कंप्यूटरों में लाइन डाल दी थी, जिसके जरिए कंप्यूटर पर दिल्ली-7677 कोड डालकर कंप्यूटर को अपने कंप्यूटर पर लिया जाता था। उसके बाद पेपर हल कर बंद कर दिया जाता था। यानि पेपर परीक्षा केंद्रों के बाहर बैठकर हल किया जा रहा था। पुलिस की एक टीम ग्वालियर और देहरादून में कंपनी के आफिस की पड़ताल कर रही है। अभ्यर्थियों के पकड़े जाने के बाद आफिस बंद कर आरोपित फरार हो गए है।
इन्होंने कहा
पुलिसभर्ती की आनलाइन परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। अभ्यर्थियों से पूछताछ के परीक्षा केंद्रों के प्रभारी और कंप्यूटर हैक करने वाली कंपनी के कर्मचारियों को भी पकड़ा जाएगा। कंपनी के ग्वालियर और देहरादून में आफिस बने हुए हैं। पुलिस की टीम वहां भी संपर्क कर रही है।
प्रभाकर चौधरी, एसएसपी