प्रयागराज। कोषागार की ओर से पेंशनरों को स्मार्ट फोटो युक्त कार्ड दिया जाएगा। जिसमें क्यूआर कोड होगा। जिसके स्कैन करते ही पेंशनर की सभी जानकारी मिल जाएगी। इसमें पारिवारिक सदस्यों का भी ब्योरा होगा। ऐसे में पेंशनर को केवल हॉर्ड कॉपी ही देनी होगी। निदेशक आलोक अग्रवाल की ओर से सभी कोषागारों को यह काम करने को कहा गया है। इसका लाभ यह होगा कि पेंशनरों का डेटा बेस तैयार हो जाएगा। फोटो, पता आदि का सत्यापन आसान हो जाएगा।
प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। एक ओर सरकार समस्याओं का निस्तारण समय से करने के दावे कर रही है तो दूसरी ओर कर्मचारी वेतन तक के लिए परेशान हैं। ताजा मामला लोकल फंड ऑडिट विभाग का सामने आया है। यहां के निदेशक रिटायर क्या हुए, कर्मचारियों का वेतन ही रुक गया। शासन की ओर से नया निदेशक न तैनात होने के कारण यह समस्या खड़ी हुई है। मई के पांच दिन बीत जाने के बाद भी कर्मचारी एक दूसरे का मुंह देख रहे हैं।
लोकल फंड ऑडिट विभाग के निदेशक अजय त्रिवेदी 31 मार्च को रिटायर हो गए। विभाग की ओर से निदेशक ही आहरण अधिकारी होता है। उनके सेवानिवृत्त होने से पहले नए निदेशक को चार्ज देने या नए निदेशक की तैनाती का आदेश आ जाता है। रिटायरमेंट के वक्त शासन की ओर से नियुक्त अधिकारी को चार्ज दिया जाता है। उसी अधिकारी के हस्ताक्षर कोषागार में जाते हैं और वेतन आहरित होता है। इस बार शासन ने किसी भी निदेशक की नियुक्ति नहीं की। ऐसे में आहरण वितरण अधिकारी की तैनाती नहीं हो सकी। पूरा महीना विभागीय काम तो होता रहा, लेकिन महीना बीतने के बाद वेतन नहीं आया। अब कर्मचारी परेशान हैं। कर्मचारी संघ के शकील निजामी का कहना है कि प्रदेशभर में लगभग तीन हजार कर्मचारी इस विभाग में तैनात हैं। निदेशक की नियुक्ति न होने से सभी का वेतन रुक गया है।