बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों से जिले के संबंध में विकल्प मांगा गया तो प्रपत्र में प्रयागराज लिखा था, सूची जारी होने पर इलाहाबाद लिखा है। संभवतऱ् साफ्टवेयर की गड़बड़ी की वजह से सामान्य वर्ग के करीब 500 मेधावी शिक्षकों को लाभ नहीं मिल सका है।
कोर्ट के आदेश के बाद परिषदीय स्कूलों में 68500 शिक्षक भर्ती में चयनित 2908 मेधावी आरक्षित वर्ग (एमआरसी) के शिक्षकों को मंगलवार को मन पसंद जिले में विद्यालय आवंटित किए गए। लेकिन तमाम अभ्यर्थियों को अब भी निराश होना पड़ा है। यहां तक कि मुख्य याचिकाकर्ता अमित शेखर भारद्वाज को ही जिला आवंटन नहीं हो सका। कई अन्य शिक्षक भी हैं जो मेरिट में काफी ऊपर हैं लेकिन उन्हें मनपसंद जिला नहीं मिला है।
बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों से जिले के संबंध में विकल्प मांगा गया तो प्रपत्र में प्रयागराज लिखा था, सूची जारी होने पर इलाहाबाद लिखा है। संभवतऱ् साफ्टवेयर की गड़बड़ी की वजह से सामान्य वर्ग के करीब 500 मेधावी शिक्षकों को लाभ नहीं मिल सका है। यह भी कहा जा रहा है कि सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को मात्र तीन जिले चुनने का विकल्प मिला जब कि अन्य को 74 जिले का विकल्प प्राप्त हुआ।