विवादित प्रश्नों पर जवाब तलब किया
प्रयागराज : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपीटीईटी के आठ विवादित प्रश्नों को लेकर दाखिल याचिका पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी से विस्तृत जवाब मांगा है। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ ने रॉबिन जायसवाल व 200 अन्य की याचिका पर अधिवक्ता अभिषेक राय व अन्य को सुनकर दिया है। याचिका में यूपीटीईटी के आठ प्रश्नों को विवादित बताया गया है। कहा गया है कि इनमें से चार प्रश्न 2017 के थे। उन चार में से तीन प्रश्नों के उत्तर सुप्रीम कोर्ट तक से गलत माने गए थे और इस वर्ष फिर वे चार प्रश्न पूछे गए हैं। मांग की गई है कि विवादित प्रश्नों का विषय विशेषज्ञों से सही उत्तर प्राप्त कर उनके नम्बर दिए जाएं।
कार्यस्थल पर लैंगिक समानता व संवेदनशीलता पर वर्कशॉप : इलाहाबाद हाईकोर्ट के गेस्ट हाउस में कामकाजी महिलाओं के प्रति लोगों में लैंगिक समानता एवं संवेदनशीलता की जागरूकता के लिए वर्कशॉप हुई। आंतरिक कमेटी की अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुनीता अग्रवाल ने शुभारंभ करते हुए कहा कि व्यक्तिगत संबंधों में लैंगिक जागरूकता की अहम भूमिका होती है। प्रो. सुनीता परमार ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि समाज में लैंगिक समानता और संवेदनशीलता बढ़ रही है। प्रो रूप रेखा वर्मा ने लैंगिक समझ, सेक्स और जेंडर में भेद का खुलासा किया। न्यायमूर्ति डीके उपाध्याय ने पुराने व नकारात्मक विचार त्यागने और बेहतर नया तरीका अपनाने पर जोर दिया।
प्रो. प्रदीप वर्मा व सहायक प्रो. अर्चना परिहार की टीम ने रूपरेखा तैयार की। न्यायमूर्ति सुनीता अग्रवाल ने उद्घाटन किया। न्यायमूर्ति ओम प्रकाश ने अध्यक्षता और कमेटी की सदस्य न्यायमूर्ति संगीता चंद्रा ने वर्चुअल मोड में हिस्सा लिया।