फिरोजाबाद : शिक्षक स्कूल में फर्जी हाजिरी लगाने से भी बाज नहीं आ रहे। अरांव के एक स्कूल में मंगलवार को निरीक्षण करने पहुंची बीएसए ने जब बच्चों से बातचीत की तो गुरुजी की पोल खुल गई। बीएसए के पूछने पर वह कोई भी जवाब नहीं दे सके। बीएसए को निरीक्षण के दौरान कई स्कूल में कमियां मिलीं। एक दर्जन से ज्या शिक्षकों का उन्होंने वेतन रोकने के आदेश दिए हैं।
कंपोजिट स्कूल धर्मपुर अरांव में बीएसए पहुंची तो यहां पर नवीन बच्चों का नामांकन काफी कम मिला। उन्होंने जब फल वितरण के संबंध में पूछा तो शिक्षक कोई प्रमाण नहीं दिखा सके। बच्चों ने भी फल वितरण न होने की जानकारी दी। बीएसए ने क्लास में पहुंच कर जब बच्चों से पूछा कि कल कौन-कौन स्कूल नहीं आए थे। इस पर बच्चे खड़े हो गए। जब बीएसए ने उनके नाम पूछकर स्कूल हाजिरी रजिस्टर से मिलाए तो उनकी सोमवार की भी हाजिरी लगी हुई थी। बीएसए ने शिक्षक से पूछा तो वह कोई जवाब नहीं दे सके। फर्जी हाजिरी एवं अनियमितता पर स्कूल के सभी शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। वहीं मदनपुर के नगला प्रेम सिंह स्कूल बीएसए को निरीक्षण के दौरान बंद मिला। इस पर बीएसए ने स्कूल के समस्त स्टाफ का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। वहीं कंपोजिट स्कूल खोडरा में सिर्फ एक शिक्षक एवं शिक्षामित्र ही उपस्थित थे। यहां भी चार शिक्षकों के गैरहाजिर मिलने पर उनका वेतन रोका है। वहीं सोफीपुर स्कूल में शिक्षकों के सवा आठ बजे तक न पहुंचने की सूचना पर बीएसए ने देर से आने वाले शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया है।
स्कूल में अनियमितता मिलने पर शिक्षकों का वेतन रोका है। शिक्षक समय से स्कूल में पहुंचे। कहीं भी अगर फर्जी नामांकन या उपस्थिति मिलती है तो संबंधित स्कूल के शिक्षक जिम्मेदार होंगे।
- अंजलि अग्रवाल, बीएसए